वाराणसी (Varanasi) । ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Mosque) के इमाम और मुफ्ती-ए-बनारस मौलाना अब्दुल बातिन नोमानी (Maulana Abdul Batin Nomani) ने तपस्वी छावनी के पीठाधीश्वर परमहंस आचार्य, वादिनी सीता साहू और मंजू व्यास के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज करने के लिए शिकायत दी है. उन्हें सभी पर नफरत फैलाने का आरोप लगाया है. मालूम हो कि बीते दिनों परमहंस आचार्य का वाराणसी आगमन हुआ था और उसी के बाद से उनके विवादित बयान का वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने मुस्लिम समाज को अपशब्द बोला था.
मौलाना अब्दुल बातिन नोमानी प्रार्थना पत्र के साथ तपस्वी छावनी पीठाधीश्वर जगतगुरु परमहंस आचार्य के बयान का एक पेन ड्राइव भी पुलिस को दिया है. और परमहंस आचार्य सहित वीडियो में दिख रही श्रृंगार गौरी मामले में हिन्दू पक्ष से वादी महिला सीता साहू और मंजू व्यास सहित अज्ञात 20 लोगों के खिलाफ नफरत फैलाने और वैमनस्य को बढ़ावा देने के खिलाफ FIR की मांग की है.
शिकायत के अनुसार, जगतगुरु परमहंस आचार्य और ज्ञानवापी मस्जिद के मुकदमे की वादी सीता साहू पत्नी बाल गोपाल साहू, मंजू व्यास पत्नी विकम व्यास साथ विवादित बयान दिलवा रही हैं, जिसका एक वीडियो व्हाट्सअप पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में एक जगह और मुसलमानों को लेकर गलत बातें कही जा रही हैं, जबकि जिला न्यायालय में ज्ञानवापी का मुकदमा विचाराधीन है. पर ये लोगों माहौल को बिगाड़ने और दंगा करने के लिए उकसा रहे हैं.
जिला प्रशासन पर भी लगाए आरोप
साथ ही प्रार्थना पत्र में उन्होंने कहा कि इस विवादित वीडियो की जिला प्रशासन को भली-भांति जानकारी है, लेकिन फिर भी उनकी ओर से कोई एक्शन नहीं लिया गया है. इससे ऐसे लोगों को हौसले बढ़ रहे हैं. उनके इस बयान से एक वर्ग में काफी दुख हुआ है.
इससे पहले उन्होंने मुस्लिम समुदाय के लोगों से अपील कर कहा कि वे ज्ञानवापी के मामले में अदालत के फैसले से परेशान न हों और भरोसा रखें, यकीनन जीत उनकी ही होगी.
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