नई दिल्ली: उत्तरी केरल की कन्नूर पंचायत ने जिले के सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों के 50,000 से अधिक छात्रों की ओर से लिखी गईं एक हजार से अधिक पुस्तकें प्रकाशित की हैं. देश में पहली बार देखा गया है कि इतनी बड़ी संख्या में छात्र इतनी सारी पुस्तकों के कवर डिज़ाइन को लिखने, संपादित करने और स्कैच करने में लगे रहे. यूनिवर्सल रिकॉर्ड्स फोरम के अधिकारियों ने इसे “एक स्थान पर प्रकाशित सबसे अधिक पुस्तकें” बताते हुए एक प्रमाण पत्र प्रदान किया.
इन पुस्तकों को पंचायत की ओर से एन्टे पुस्तकम, एन्टे विद्यालयम (माई बुक, माई स्कूल) नामक प्रोजेक्ट के तहत प्रकाशित किया गया. पुस्तकों में छोटी कथाएं, कविता, नाटक, यात्रा वृतांत और विज्ञान पर लेख शामिल हैं. सभी पुस्तकें कक्षा 1 से 12 वीं के छात्रों द्वारा लिखी गई हैं. जबकि 1,000 छात्रों ने प्रविष्टियां संपादित की गई हैं. इतनी ही संख्या में छात्रों ने प्रत्येक पुस्तक के कवर को स्कैच करने के लिए अपने कलात्मक कौशल का प्रयोग किया.
सीपीएम नेता पी.पी. दिव्या ने दिया था सुझाव
सीपीएम नेता पी.पी. दिव्या के अनुसार, हम चाहते थे कि स्कूली छात्र कोविड लॉकडाउन के नकारात्मक प्रभाव का मुकाबला करने के लिए खुद को शब्दों के माध्यम से व्यक्त करें, जिसने उन्हें सोशल मीडिया से जोड़ दिया. कोविड शटडाउन ने छात्रों के बीच पढ़ने पर नकारात्मक प्रभाव डाला है. इसके परिणामस्वरूप, उनके लेखन कौशल पर असर पड़ा और उनमें से कई के व्यवहार में भी बदलाव देखने को मिला.
दिव्या ने बताया कि लिखना और पढ़ना एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं और साथ मिलकर वे व्यक्तियों में सकारात्मक बदलाव लाते हैं, इसलिए हमने स्कूली बच्चों को लिखकर खुद को अभिव्यक्त करने के लिए प्रोत्साहित करने के बारे में सोचा. लेकिन जवाब ने सभी को चौंका दिया. किसी को उम्मीद नहीं थी कि इतने सारे छात्र लेखन और ड्राइंग के रूप में अपनी रचनात्मकता व्यक्त करेंगे. प्रत्येक बच्चा जीवन भर अपने नाम पर छपी चीज़ों को संजो कर रखेगा. दिव्या ने कहा, जो कुछ स्कूल इस पहल में शामिल नहीं हुए, उन्होंने भविष्य में अवसर तलाशने के लिए पंचायत से संपर्क किया है.
यह हमारे लिए एक अनूठा अनुभव है- कैराली बुक्स के प्रबंध निदेशक
मुद्रकों के लिए भी यह एक अनोखा अनुभव रहा है. कैराली बुक्स के प्रबंध निदेशक ओ. अशोक कुमार ने बताया, स्कूली छात्रों द्वारा लिखी गईं यह पुस्तकें हमारे लिए एक अनूठा अनुभव है, क्योंकि हमने एक ही बार में 756 शीर्षक प्रकाशित किए हैं.
प्राथमिक शिक्षा मंत्री वी. शिवनकुट्टी ने कन्नूर में लॉन्च समारोह में छात्रों, शिक्षकों, अभिभावकों और आम जनता की बड़ी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि वह सुनिश्चित करेंगे कि ये किताबें राज्य के सभी सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों में आपूर्ति की जाएं. शुक्रवार को मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने मलयालम में 1,056 पुस्तकों का अनावरण किया, जो पूरी तरह से कन्नूर के कुल 1100 सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल में से 1,020 स्कूल के 50,000 से अधिक छात्रों के द्वारा लिखी गईं थीं.
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