नई दिल्ली (New Delhi)। आज के समय में हर काम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) कर रहा है। राइटिंग से लेकर वीडियो बनाने और एंकरिंग का काम एआई कर रहा है। वही अब नौकरी के लिए इंटरव्यू भी एआई लेगा। मौजूदा वक्त में एआई हकीकत बन रहा है। एआई टीचिंग, मूवी टिकट बुकिंग जैसे कामकाज आसानी से कर रहा है। ऐसे में एआई बेस्ड टूल की मदद से जॉब हायरिंग भी करने की तैयारी है।
AI सिर्फ नौकरी ही नहीं इंसानों के पार्टनर को भी रिप्लेस कर रहा है. 25 साल की चीनी महिला Tufei का कहना है कि उनके बॉयफ्रेंड के पास सब कुछ है, जो उन्हें चाहिए होता है.
उन्होंने बताया कि उनका बॉयफ्रेंड दयालु है, उन्हें सहानुभूति देता और कभी-भी घंटो तक बात करता है. हालांकि, वो असल जीवन में मौजूद नहीं है. यानी उनका बॉयफ्रेंड उनकी जिंदगी में तो मौजूद है, लेकिन रीयल लाइफ में एक इंसान की तरह वो अपना रोल नहीं निभा सकता है.
दरअसल, Tufei का बॉयफ्रेंड एक चैटबॉट है, जो Glow नाम के ऐप पर मौजूद है. इस AI प्लेटफॉर्म को शंघाई के स्टार्ट-अप MiniMax ने तैयार किया है. चीन में ऐसे स्टार्टअप की संख्या तेजी से बढ़ रही है, जो इंसानों और रोबोट्स के बीच रोमांटिक रिलेशन पर काम कर रहे हैं.
हुआ यूं कि बिजनेसमैन आनंद महिंद्रा इस इन्वेस्टर्स मीट में पहुंचे थे. इसी दौरान किन्हीं कारणों से उन्होंने एआई टूल चैटजीपीटी (AI tool ChatGPT) का इस्तेमाल किया. बाद में आनंद्र महिंद्रा ने इसे यूज़ करने के बाद हुए अपने अनुभव को अपने भाषण के दौरान साझा किया. उन्होंने कहा, चैटजीपीटी ने तमिलनाडु के बारे में कुछ अच्छे प्वाइंट्स बताए, खासतौर पर इस राज्य के शानदार इंफ्रास्ट्रक्चर के बारे में. इसके बाद उन्होंने कहा, “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वह नहीं कर सकता, जो इंसान कर सकते हैं. यह मैं अपने अनुभव से कह रहा हूं.”
क्या उत्तर दिया चैटजीपीटी ने
उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने कहा, “मैंने चैटजीपीटी का इस्तेमाल यह जानने के लिए किया कि तमिलनाडु में निवेश करना क्यों एक अच्छा आइडिया हो सकता है. इसने मुझे अच्छे रिस्पॉन्स दिए, जैसे कि शानदार इंफ्रास्ट्रक्चर, स्किल्स वर्कफोर्स, बढ़िया पोर्ट, अच्छा शिक्षा नीति, और सरकार का सपोर्ट.”
उन्होंने कहा कि वह चैटजीपीटी की लिखी हुई स्पीच को बहुत अच्छे से पढ़ सकते थे, लेकिन यह टूल केवल डेटा एग्रीगेट कर सकता है. एक इंसान खुद तमिलनाडु में होने का अनुभव करके अपनी बात कह सकता है, जो चैटजीपीटी नहीं कर सकता. कुल मिलाकर आनंद महिंद्रा ने महसूस किया कि चैटजीपीटी डेटा कलेक्ट करने वाला एक टूल हो सकता है, लेकिन यह इंसान के अनुभव को कभी रिप्लेस नहीं कर पाएगा
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