इंदौर। मेट्रो प्रोजेक्ट को अमल में लाने के लिए मध्य क्षेत्र में प्रशासन द्वारा कई सरकारी जमीनों का हस्तांतरण कराया जा रहा है, जिनमें विभिन्न विभागों के दफ्तर या खाली जमीनें शामिल हैं। रीगल तिराहा पर रानी सराय पुलिस मुख्यालय भी जमींदोज होगा। 1907 में रानी सराय बना था, जो अब 117 साल बाद टूटेगा। पुलिस अधीक्षक से लेकर कमिश्नर तक आला अधिकारी लंबे समय तक इस मुख्यालय में बैठते रहे, साथ ही पुलिस कंट्रोल रूम का संचालन भी यहां से होता रहा। अभी भी क्राइम ब्रांच से लेकर झोन-1, 3 के दफ्तर भी यहीं हैं। इस स्थान पर विशाल अंडरग्राउंड मेट्रो का मॉडल स्टेशन बनेगा, जिसमें मुख्य स्टेशन के साथ विशाल पार्किंग और पीछे की तरफ बने छोटी ग्वालटोली व अजाक थाने का भवन भी इसमें शामिल रहेगा। मल्हारगंज पुलिस स्टेशन के अलावा शारदा कन्या उमावि बड़ा गणपति की जमीन के साथ-साथ निगम मुख्यालय कैंपस की जमीन भी ली जाएगी।
इंदौर-भोपाल में मेट्रो प्रोजेक्ट अमल में लाया जा रहा है, जिसके साथ ही पिछले दिनों शासन ने इंदौर में टीओडी पॉलिसी लागू करने की भी घोषणा कर दी, जो मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए अमल में लाई जाना है। इसमें दोनों तरफ 500-500 मीटर के एरिया में आने वाली निजी-सरकारी जमीनों के बदले अतिरिक्त एफएआर सहित अन्य लाभ दिया जाएगा। मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन की मंशा अनुरूप एक दर्जन से ज्यादा महत्वपूर्ण सरकारी जमीनों का हस्तांतरण नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग को किया जाना है, जिसमें रीगल, मिल्कीवे के साथ-साथ निगम मुख्यालय की जमीन भी नगर निगम से ली जा रही है, तो देवी अहिल्या केंद्रीय पुस्तकालय के समीप पार्क और जैन स्तंभ की भी कुछ आंशिक जमीन ली जाएगी। इसके साथ ही एक महत्वपूर्ण जमीन रानी सराय की भी लेना है। जूनी इंदौर नायब तहसीलदार की ओर से इस संबंध में कार्रवाई शुरू की गई है, जिसमें मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के लिए पुलिस अधीक्षक कार्यालय रीगल तिराहे की तहसील जूनी इंदौर ग्राम इंदौर कस्बा, खसरा संख्या 399 और 400 की आंशिक भूमि 0.2489 हेक्टेयर जमीन नगरीय विकास और आवास विभाग को आवंटित की जाना है। यहां पर विशाल मॉडल मेट्रो स्टेशन बनेगा, जिसमें विशाल पार्किंग भी रहेगी।
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