नई दिल्ली (New Delhi) । बीते साल अमेरिका के शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के करीब एक साल बाद मूडीज (moody’s) ने अडानी समूह (Adani Group) को गुड न्यूज दी है। रेटिंग एजेंसी मूडीज ने अडानी समूह की चार कंपनियों (companies) पर अपने आउटलुक को बदल दिया है। रेटिंग एजेंसी ने “निगेटिव” के आउटलुक को संशोधित कर “स्टेबल” कर दिया है। समूह की जिन 4 कंपनियों के आउटलुक में बदलाव हुआ है उनमें अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी ग्रीन एनर्जी प्रतिबंधित ग्रुप, अडानी ट्रांसमिशन स्टेप-वन और अडानी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई हैं।
अडानी पोर्ट्स को भी मिली थी गुड न्यूज
इस बीच, हाल ही में अडानी ग्रुप की एक कंपनी अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) लिमिटेड ने 4 वैश्विक रेटिंग एजेंसियों के आकलन में अपने जलवायु संबंधी कार्रवाई और पर्यावरण के प्रति प्रदर्शन में शीर्ष स्थान हासिल किया है। यह आकलन सीडीपी, एसएंडपी, सस्टेनेलिटिक्स और मूडीज ने किया है। कंपनी ने सस्टेनलिटिक्स द्वारा कम कार्बन उत्सर्जन रेटिंग के लिहाज से समुद्री बंदरगाह क्षेत्र में शीर्ष स्थान भी हासिल किया। एपीएसईजेड को मूडीज एनर्जी ट्रांजिशन रेटिंग में ‘उन्नत’ रेटिंग मिली है।
एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट पहुंचा मामला
ये पॉजिटिव खबरें ऐसे समय में आई हैं जब अडानी समूह और हिंडनबर्ग के विवाद का मामला एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा है। दरअसल, बीते जनवरी महीने में हिंडनबर्ग विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने सेबी की जांच को हरी झंडी देते हुए अडानी समूह को राहत दी थी। हालांकि, अब कोर्ट के फैसले के रिव्यू पिटिशन के लिए एक बार फिर याचिका दायर की गई है।
हिंडनबर्ग के आरोप: बीते साल जनवरी महीने में अमेरिका के शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग ने अडानी समूह पर शेयरों के हेरफेर समेत अकाउंटिंग और अन्य गड़बड़ियों के खुलासे किए थे। हालांकि, अडानी समूह ने बार-बार इन आरोपों को खारिज किया। इन तमाम विवादों के बीच अडानी समूह के शेयर बुरी तरह गिर गए और निवेशकों को करीब 150 बिलियन डॉलर से ज्यादा का नुकसान हुआ।
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