इंदौर। बिजली कंपनी चोरी रोकने और लाइन लॉस कम करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा और पारदर्शिता के लिए बिजली कंपनी ने स्मार्ट मीटर लगाने का अपना लक्ष्य इस साल के आखिर तक 9 लाख उपभोक्ताओं के यहां पहुंचने का रखा है। फिलहाल कंपनी क्षेत्र मालवा-निमाड़ में 5 लाख उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं।
बिजली के स्मार्ट मीटर की खासियत यह है कि वह उपभोक्ताओं को पल-पल बिजली की खपत की जानकारी तो दे ही रहे हैं, उपभोक्ता को इससे बिजली खपत की पुरानी समरी भी सिलसिलेवार लेना आसान रहता है। बिजली कंपनी को कनेक्शन काटना हो या फिर बिजली चोरी की आशंका स्मार्ट मीटर के कंट्रोल रूम में तुरंत दर्ज हो जाती है। इंदौर शहर में सर्वाधिक स्मार्ट मीटर 270000 उपभोक्ताओं के यहां अब तक लगाए जा चुके हैं। इस साल के आखिर में यह संख्या 5 लाख तक पहुंच जाएगी। एमडी अमित तोमर ने बताया कि बिजली कंपनी ने छोटे शहरों को शत प्रतिशत स्मार्ट मीटर से जोडऩे का लक्ष्य भी रखा है।
इसी क्रम में इंदौर जिले के महू और खरगोन शहर पूरी तरह शत प्रतिशत स्मार्ट मीटरीकृत हो चुके हैं। इस महीने के आखिर में झाबुआ और सेंधवा शहर में भी सभी उपभोक्ताओं के यहां बिजली के स्मार्ट मीटर लग जाएंगे। मालवा-निमाड़ कंपनी क्षेत्र के शहरी उपभोक्ताओं के यहां इस साल के आखिर तक तकरीबन 9 लाख उपभोक्ता स्मार्ट मीटर से जुड़ जाएंगे। हालांकि कंपनी क्षेत्र में 47 लाख उपभोक्ता हैं। सभी को स्मार्ट मीटर से जोडऩे की कवायद में अभी लंबा समय लगेगा।
18 प्रतिशत तक बिजली चोरी
इंदौर में बिजली चोरी का आंकड़ा 15 से18 फिसदी है। कहीं-कहीं यह आंकड़ा 2 से 5 फिसदी और भी बढ़ता भी है। बिजली चोरी रोकना आज भी इंजीनियरों और कर्मचारियों के लिए मुसीबत बना हुआ है स्मार्ट मीटर लग जाने से इस पर काफी हद तक लगाम लगेगी।
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