भोपाल: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की मोहन सरकार में लगातार भ्रष्टाचार (Corruption) के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में लोकायुक्त (Lokayukta) में कार्रवाई करते हुए भोपाल (Bhopal) के छोला थाने (Chola police station) के पुलिसकर्मी (policeman) को ₹10000 की रिश्वत (Bribe) लेते रंगे हाथ गिरफ्तार (Arrest) किया है।
बता दे विदिशा रोड भानपुर के रहने वाले हेमंत कुमार आर्य पिता सुखलाल आर्य ने लोकायुक्त में शिकायत की थी कि छोला थाने में पदस्थ उप निरीक्षक संतोष डांगी झूठी शिकायत को लेकर ₹50,000 की रिश्वत की मांग कर रहा था। लोकायुक्त में शिकायत करने के बाद पुलिस ने ट्रैप कार्रवाई करते हुए उपनिरीक्षक को ₹10000 की रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया।
क्या है पूरा मामला
लोकायुक्त में पदस्थ डीएसपी संजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि फरियादी हेमंत कुमार आर्य द्वारा 8 फरवरी 2024 को शिकायत की गई थी कि उसके द्वारा कियोस्क का संचालन किया जाता है। जिसे उसने जून 2023 में बंद कर दिया था। लेकिन जगदीश शर्मा नाम के एक व्यक्ति ने छोला थाने में आवेदक के विरोध शिकायत की थी।
इसी शिकायत को लेकर छोला थाने पर सहायक उप निरीक्षक संतोष सिंह ने फरियादी को बुलाकर रसीद दिखाई जिस पर आवेदक के सील और हस्ताक्षर नहीं थे। मामले को रफा-दफा करने के लिए थाने के सहायक उप निरीक्षक संतोष डांगी द्वारा₹50000 की रिश्वत की मांग की गई।
आज 10 फरवरी 2024 को सहायक उप निरीक्षक संतोष डांगी थाना छोला ₹10000 की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत अपराध पंजीबद्ध कर ट्रैप की कार्रवाई जारी है टीम का नेतृत्व डीएसपी संजय शुक्ला द्वारा किया जा रहा है। टीम में डीएसपी वीरेंद्र सिंह, निरीक्षक उमा कुशवाह, प्रधान आरक्षक राजेंद्र पावन, आरक्षक संदीप, अवध कार्रवाई में शामिल है।
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