डेस्क: जरा सोचिए कि आपने किसी प्रोजेक्ट पर काम करते हुए सालों बिता दिए, इस उम्मीद में कि एक दिन आपका नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होगा, पर अंत में आपको सुनना पड़े कि आपके नाम वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज नहीं हो सकता, तो कैसा लगेगा? जाहिर है आपका सपना टूट गया तो बुरा तो लगेगा ही. कुछ ऐसा ही हुआ है फ्रांस के एक शख्स के साथ. उसने पिछले आठ सालों में 7 लाख से भी अधिक माचिस की तीलियों को जोड़कर 23 फुट ऊंची एफिल टॉवर की प्रतिकृति बनाई थी, लेकिन गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड ने उसके इस रिकॉर्ड को लेने से मना कर दिया, क्योंकि उसका कहना था कि उसने उसे बनाने में माचिस की असली तीलियों का इस्तेमाल नहीं किया था.
इस फ्रांसीसी शख्स का नाम रिचर्ड प्लॉड है. 47 वर्षीय रिचर्ड की शिकायत है कि माचिस की तीलियों से दुनिया का सबसे ऊंचा एफिल टॉवर बनाने के बाद भी उन्हें गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराने का मौका नहीं दिया गया. ऑडिटी सेंट्रल नामक वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक, रिचर्ड ने साल 2015 में इस प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू किया था और पिछले 8 सालों में करीब 4,200 घंटे इस प्रोजेक्ट को दिए.
रिचर्ड ने कड़ी मेहनत से 7,06,900 माचिस की तीलियों को 402 पैनलों में जोड़ा और एफिल टॉवर की एक खूबसूरत रेप्लिका बना दी, लेकिन पिछले साल जब उन्हें पता चला कि उनका एफिल टॉवर मॉडल गिनीज रिकॉर्ड के लिए योग्य नहीं था तो उनका वर्षों पुराना सपना पूरी तरह से टूट कर बिखर गया. रिचर्ड ने कहा, ‘यह निराशाजनक, हताश करने वाला और समझ से परे है. मेरा माचिस का टॉवर अभी भी खड़ा है और लंबे समय तक खड़ा रहेगा. मुझे बताइए कि एक-एक करके फंसी 7,06,900 छड़ियां माचिस की तीलियां कैसे नहीं हैं’.
दरअसल, रिचर्ड ने इस एफिल टॉवर को बनाने के लिए माचिस की तीलियों का तो इस्तेमाल किया था, लेकिन उसके ज्वलनशील सिरों को कंपनी से बोलकर पहले ही हटवा दिया था. ऐसे में उन्होंने ये रेप्लिका बनाने के लिए सिर्फ और सिर्फ लकड़ी का ही इस्तेमाल किया और यही उनके लिए परेशानी बन गई. गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स का कहना है कि उनका एफिल टॉवर बिना सिर वाली माचिस की तीलियों से बना है, इसलिए उसे माचिस की तीलियों से बना टॉवर नहीं कहा जा सकता है.
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