जानकारी के अनुसार, मिल में जूनियर टेक्नीशियन प्रयास गौर कार्य के दौरान पेपर मशीन की कपलिंग में फंस गया, जिससे उसकी मौत हो गई। मौके पर मौजूद कर्मचारियों के अनुसार, मशीन में वैक्यूम लीकेज होने पर गीला पेपर लगाया जाता है। अधिकारियों के दबाव में चलती मशीन में यह काम करना पड़ता है। गुरुवार को एक कर्मचारी वैक्यूम लीकेज में गीला पेपर लगा रहा था। दूसरे तरफ के लीकेज को उस कर्मचारी ने जूनियर टेक्नीशियन प्रयास गौर को बताया। दूसरा लीकेज बंद करने वह कर्मचारी चला गया। प्रयास काम के दौरान मशीन की चपेट में आ गए। अन्य कर्मचारी दौड़े और इमरजेंसी बटन दबाया, लेकिन तब तक घटना हो चुकी थी।घटना के बाद कर्मचारी और यूनियन से जुड़े लोग मिल के गेट पर जमा हो गए। परिवार के लोग भी आ गए। शव लेकर जा रही एम्बुलेंस के सामने यूनियन कर्मचारी बैठ गए। उनकी मांग थी कि घटना किसकी गलती से हुई, इसकी जानकारी दी जाए। कर्मचारियों ने आरोप लगाते हुए कहा कि अधिकारी जबरदस्ती गैरकानूनी काम कराते हैं। सीआर खराब करने की धमकी देते हैं।
जानकारी मिलने पर एसडीओपी पराग सैनी, तहसीलदार देवराम उईके, कोतवाली थाना प्रभारी सौरभ पांडे पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और नाराज परिजनों को समझाइश देकर मामले को शांत कराया।
जूनियर टेक्नीशियन की मशीन में फंसकर मौत के मामले में एसपीएम प्रबंधन ने जांच समिति बना दी है। प्रबंधन ने पेपर मिल में सुरक्षा नियमों की अनदेखी के आरोपों को साफ तौर पर नकारते हुए कहा कि इसमें भारत सरकार से मिले सारे निर्देश और नियमों का पूरी तरह से पालन होता है। बावजूद इसके जांच समिति जल्द जांच करेगी और ऐसा प्रतीत हुआ कि किसी की लापरवाही है तो दोषी पर कार्रवाई की जाएगी।