नई दिल्ली (New Delhi) । भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की पाबंदियों की वजह से मुश्किल में फंसा फिनटेक प्लेटफॉर्म Paytm संकट से बाहर निकलने की कोशिश में जुट गया है। इसी कड़ी में कंपनी प्राइवेट सेक्टर के HDFC बैंक के साथ भी बातचीत कर रहा है। बैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। हालांकि, उन्होंने ये भी बताया कि हम अभी इंतजार कर रहे हैं। इस बीच, पेटीएम के संकट से एचडीएफसी बैंक के पेमेंट ऐप को बूस्ट मिल रहा है।
क्या कहते हैं अधिकारी
HDFC बैंक के कंट्री हेड (पेमेंट) पराग राव ने कहा कि बैंक स्वीकृति और एग्रीगेटर क्षेत्र में अपनी साझेदारी को देखते हुए भी Paytm के साथ बातचीत कर रहा है। हालांकि, उन्होंने कहा कि बैंक इस मामले में ‘ वेट एंड वॉच’ यानी इंतजार करो और देखो की नीति पर चल रहा है।दरअसल, रिजर्व बैंक की पाबंदियों के बाद पेटीएम ने कई बड़े बैंकों से समर्थन के लिए संपर्क साधा है। इसी सिलसिले में वह HDFC बैंक के साथ भी बातचीत कर रहा है। इस बारे में पूछे जाने पर राव ने कहा, ”पेटीएम हमारे व्यवसाय, हमारे एग्रीगेटर व्यवसाय के लिए वर्षों से साझेदार रहा है। मौजूदा हालात में हमें अधिक मालूम नहीं है कि क्या हो रहा है। लेकिन हम बात कर रहे हैं, इंतजार कर रहे हैं और देख रहे हैं कि घटनाएं किस तरह घटती हैं।” हालांकि, राव ने स्पष्ट किया कि पेटीएम के साथ HDFC बैंक की साझेदारी मूल कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस के साथ है, पेटीएम पेमेंट्स बैंक के साथ नहीं।
पेटीएम संकट पर राव ने कहा कि बाजार में हर उथल-पुथल अन्य प्रतिभागियों के लिए अवसर खोलती है क्योंकि समझदार ग्राहक खुद को नए सिरे से संगठित करते हैं। उन्होंने कहा कि फास्टैग, प्रीपेड कार्ड की पेशकश और साउंड बॉक्स के लिए भी आकर्षण देखा जा रहा है।
HDFC के पेमेंट ऐप में बढ़ी दिलचस्पी
इसके साथ ही राव ने कहा कि पेटीएम पर आरबीआई के गंभीर प्रतिबंध के बाद से HDFC बैंक के पेमेंट ऐप और दुकानदार व्यवसाय को लेकर आकर्षण बढ़ा है। राव ने कहा कि पेटीएम पर लगाए गए प्रतिबंध 29 फरवरी से प्रभावी होंगे और HDFC बैंक अगले दो हफ्तों में होने वाली घटनाओं पर नजर रखेगा।
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