नई दिल्ली। चुनाव में मिल रही लगातार हार से मायूस कांग्रेसी अब पाला बदलकर अन्य दलों में शामिल होने लगे हैं। मध्यप्रदेश में कई कांग्रेसी नेताओं के भाजपा में शामिल होने के बाद अब बिहार, महाराष्ट्र में भी कांग्रेस में टूट के आसार बढऩे लगे हैं। बदली परिस्थिति में बिहार विधानसभा में नई एनडीए सरकार के विश्वासमत हासिल करने का कार्यक्रम तय होते ही कांग्रेस ने अपने विधायकों को दिल्ली बुला लिया है। शनिवार को पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने दिल्ली पहुंचने वाले सभी विधायकों के साथ बैठक की। साथ ही विधायकों को निर्देश दिए कि वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा सदन में बहुमत हासिल करने तक दिल्ली न छोड़े। इससे पहले जदयू ने दावा किया था कि कांग्रेस के 9 से ज्यादा विधायक उनके संपर्क में हैं। हालांकि कांग्रेस ने इसका खंडन किया था।
लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी को महाराष्ट्र में बड़ा झटका लग सकता है। मिलिंद देवड़ा ने हाल ही में कांग्रेस का साथ छोड़ दिया था। इसके बाद पूर्व मंत्री और बांद्रा विधायक बाबा सिद्दीकी 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अजीत पवार गुट में शामिल हो सकते हैं। भाजपा के मौन समर्थन के साथ अजित पवार गुट मुंबई कांग्रेस से दो अन्य प्रमुख मुस्लिम नेताओं के साथ-साथ 15 विधायकों को भी शामिल करने पर विचार कर रहा है। उनमें मुंबादेवी विधायक अमीन पटेल और मलाड पश्चिम से विधायक असलम शेख भी शामिल हैं। बाबा सिद्दिकी के बेटे जीशान वर्तमान में बांद्रा पूर्व से विधायक हैं। उनके भी इस साल के अंत में होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले अजीत पवार गुट में शामिल होने की संभावना है। हालांकि उन्होंने कहा है कि अजित पवार उनके लिए परिवार के सदस्य की तरह हैं।
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