इंदौर। कलेक्टर द्वारा करवाई जांच के बाद रंगवासा में बांटे गए 59 फर्जी पट्टों को जहां निरस्त किया गया, वहीं सरपंच और सचिव के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है। 600 स्क्वेयर फीट की बजाय 5 हजार स्क्वेयर फीट तक के पट्टे बांट डाले और यह जमीन अत्यंत बेशकीमती है, क्योंकि इस क्षेत्र में कई बड़ी टाउनशिप भी आ रही है और जमीन के भाव कई गुना बढ़ गए। इसी तरह सांतेर में भी हुए फर्जीवाड़े की लिखित शिकायत की गई है।
सांतेर, किशनगंज पंचायत में भी 70 अपात्रों को पट्टे बांटने की मय प्रमाण शिकायत की गई है, जिसमें बड़े भ्रष्टाचार का भी आरोप सरपंच, पंचायत सचिव व अन्य पर लगाया गया है। पश्चिमी क्षेत्र एसपी को इस संबंध में सूरज उपाध्याय ने लिखित शिकायत सौंपी, जिसके आधार पर किशनगंज थाने ने भी जनपद पंचायत सीईओ से शासकीय व गांव ठान की भूमि पर पट्टों में हुए फर्जीवाड़े की जानकारी मांगी है। दूसरी तरफ ग्राम रंगवासा के तत्कालीन सरपंच और सचिव द्वारा जो फर्जी पट्टे बांटे उसकी जांच एसडीओ राऊ द्वारा की गई।
2018 और 20 में ये पट्टे बांटे गए। तहसीलदार राऊ से प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर अब इन पट्टों को निरस्त भी कर दिया है। सरपंच श्याम पांडे और सचिव रमेश भामर द्वारा ये 59 पट्टे अधिकार क्षेत्र के बाहर जाकर बांटे गए और 5 हजार स्क्वेयर फीट तक की बेशकीमती जमीन पट्टे के रूप में दे डाली। एसडीओ राकेश परमार ने जांच के बाद अपनी रिपोर्ट में इन दोनों के खिलाफ दंडात्मक और अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की अनुशंसा की है। अतिरिक्त तहसीलदार द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट अनुसार ग्राम रंगवासा के तत्कालीन सरपंच व सचिव को सूचना पत्र जारी किया गया। उनके द्वारा जवाब प्रस्तुत कर बताया गया कि प्रकरण में उल्लेखित एक पट्टा जिस पर उनके हस्ताक्षर है वह वर्ष 2018 से 2021 तक की अवधि का ना होकर वर्ष 2016 में जारी किया गया है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved