नई दिल्ली (New Delhi)। ऊंची कीमतों (high prices) के कारण 2023 में देश में सोने की मांग (country Gold demand) तीन फीसदी घटकर 747.5 टन (declined three percent to 747.5 tonnes) रही है। 2022 में यह 774.1 टन रही थी। विश्व स्वर्ण परिषद (डब्ल्यूजीसी) (World Gold Council) के मुताबिक, अगर कीमतें ज्यादा अस्थिर नहीं होती हैं तो आगे मांग बढ़कर 800-900 टन तक पहुंच सकती है। वैश्विक मांग पांच फीसदी घटकर 4,448.4 टन रही है।
काउंसिल ने कहा, बढ़ती कीमतों से मांग काफी प्रभावित हुई है। अक्तूबर में नवरात्रि के दौरान कीमतों में सुधार से ग्राहकों की मजबूत मांग रही, जिससे नवंबर में दिवाली की बिक्री में बढ़ोतरी हुई। हालांकि, दिसंबर में फिर से मांग 9 फीसदी तक घट गई। 2023 में सोने की कीमत अस्थिर रही। अगर कीमतें ज्यादा अस्थिर नहीं रहीं तो इस साल मांग में तेजी आ सकती है। एजेंसी
जूलरी मांग 6 फीसदी गिरी
2023 में जूलरी की मांग छह फीसदी गिरकर 562.3 टन रही है। सोने में कुल निवेश सात फीसदी बढ़कर 185.2 टन रहा है। छड़ और सिक्के में निवेश सात फीसदी बढ़कर 185 टन रहा है। सोने का शुद्ध आयात 20 फीसदी बढ़कर 780.7 टन रहा है।
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