नैनोद क्षेत्र में 20 किलो मीटर का चप्पा चप्पा छानने के बावजूद
सोशल मीडिया और अफवाहों से परेशान वन विभाग
इंदौर। पिछले हफ्ते कैमरे में कैद होने के बाद से तेंदुए की खोज में वन विभाग की टीम ने सुपर करिडोर आईटी कंपनी इंफोसिस का परिसर , नैनोद समर्थ कालोनी दिलीप नगर एक दंत सोसायटी में रात दिन लगातार सर्चिंग अभियान चला रखा है। अभी तक वन विभाग की रेस्क्यू टीम लगभग 20 किलोमोटर का चप्पा चप्पा छान चुकी है, मगर जंगली बिल्ला लकड़बग्घा के पद चिन्हों के अलावा वन विभाग के हाथ कुछ भी नहीं लगा है।
डीएफओ महेंद्र सिंह सोलंकी ने बताया कि नैनोद में तेंदुए होने और बछड़े को घायल करने की खबर के बाद से तेंदुए की तलाश में वन विभाग ने महू ,चोरल , मानपुर सहित इंदौर वन विभाग के लगभग 50 कर्मचारी और अधिकारियों के साथ पूरी ताकत झोंक दी है, मगर अभी तक नैनोद गांव के आसपास वाले इलाके में जंगली बिल्ला और लकड़बग्घा के पद चिन्हों के अलावा कुछ नहीं मिला है। यहां तक उसकी तलाश के लिए अपने विभाग के अलावा निजी एजेंसी से हाइटेक थर्मल कैमरे वाले ड्रोन से भी मदद ली गई है, मगर सुपर कॉरिडोर इंफोसिस इलाके में कैमरे में कैद होने के बाद से इतने दिनों अभी तक तेंदुआ का कोई पता नहीं चला है। विभाग सर्चिंग ऑपरेशन के अलावा नैनोद इलाके से लगी कॉलोनी के रहवासियों को घर-घर जाकर सावधान और सुरक्षा सम्बन्धित जानकारी दे रहे है। इस मामले में विभागीय वन मंत्री स्वयम लगातार नजर रखे हुए है।
सोशल मीडिया और अफवाहों से ज्यादा परेशान …
अधिकारियों के अनुसार हम तो लगातार सर्चिंग कर रहे हैं, मगर सोशल मीडिया पर चलने वाली गलत अफवाहों के चलते रेस्क्यू टीम को बहुत दिक्कतें आ रही हैं। कई बार रहवासी गुमराह हो जाते है । वह जहां पर तेंदुआ बताते है, वहां तेंदुए के बजाय जंगली बिल्ला या लकड़बग्घा के निशान मिलते हैं। इसलिए हमारी सबसे अपील है कि सोशल मीडिया के जरिये अफवाहों से डर और सनसनी न फैलाएं।
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