नई दिल्ली। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (French President Emmanuel Macron) की भारत यात्रा पर विदेश सचिव विनय क्वात्रा (Foreign Secretary Vinay Kwatra) ने कहा, भारत और फ्रांस की द्विपक्षीय साझेदारी (Bilateral partnership between India and France) में जिन क्षेत्रों को प्राथमिकता दी जानी है, उस पर प्रमुखता से चर्चा की गई। विदेश सचिव ने बताया कि पीएम मोदी और फ्रांसीसी राष्ट्राध्यक्ष (PM Modi and French Head of State) के बीच फोकस वाले क्षेत्रों के साथ-साथ क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर दोनों देशों के हितों से जुड़े मुद्दों पर भी विस्तार से बातचीत हुई। महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा के बाद राष्ट्रपति मैक्रों गणतंत्र दिवस परेड में बतौर मुख्य अतिथि शरीक हुए। 40 साल बाद गणतंत्र दिवस परेड में शामिल हुई खास बग्घी पर सवार होकर कर्तव्य पथ पहुंचे मैक्रों ने भारत की सैन्य ताकत के साथ-साथ सांस्कृतिक धरोहर की झलकियां भी देखीं।
विदेश मंत्रालय के मुताबिक शुक्रवार शाम राष्ट्रपति मैक्रों के सम्मान में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू रायसीना हिल्स पर स्थित राष्ट्रपति भवन में ‘एट होम सेरेमनी’ में भी मैक्रों का स्वागत करेंगी। राष्ट्रपति मुर्मू शाम को मैक्रों के सम्मान में राजकीय भोज का आयोजन भी करेंगी। उन्होंने बताया कि मैक्रों गुरुवार शाम राजस्थान की राजधानी जयपुर पहुंचे और खुद पीएम मोदी ने उनका स्वागत किया। ये आगवानी की दुर्लभ घटना रही जहां प्रधानमंत्री ने दूसरे राज्य में जाकर किसी राष्ट्राध्यक्ष की मेजबानी की।
क्वात्रा ने कहा, राष्ट्रपति मैक्रों और पीएम मोदी के बीच भारत-फ्रांस द्विपक्षीय साझेदारी पर चर्चा के अलावा दुनिया के विभिन्न हिस्सों में हो रही अहम घटनाओं पर भी बातें हुईं। स्वाभाविक रूप से, गाजा में चल रहे संघर्ष और युद्ध के अलग-अलग आयामों के साथ-साथ आतंकी घटनाओं और मानवीय संकट पर भी बातें हुईं। 110 दिन से अधिक समय से जारी इस्राइल और हमास के हिंसक संघर्ष पर भी दोनों नेताओं ने अपने दृष्टिकोण साझा किए।
गौरतलब है कि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ 40 सदस्यीय मजबूत प्रतिनिधिमंडल भी आया है। प्रतिनिधिमंडल में तीन मंत्री- विदेश, रक्षा और संस्कृति विभाग के अधिकारी भी शामिल हैं। विदेश मंत्री डॉ जयशंकर ने अपने फ्रांसीसी समकक्ष और फ्रांस के नवनियुक्त विदेश मंत्री स्टीफन सेजॉर्न से मुलाकात की। विदेश सचिव ने बताया कि छठी बार कोई फ्रांसीसी नेता भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में आमंत्रित किया गया है।
विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने बताया कि राष्ट्रपति मैक्रों के दौरा इसलिए भी अहम है क्योंकि भारत और फ्रांस के बीच कई अहम मुद्दों पर सहमति बनी है। उन्होंने बताया, भारत-फ्रांस डिफेंस इंडस्ट्रियल रोडमैप, डिफेंस स्पेस पार्टनरशिप और उपग्रह प्रक्षेपण में साझेदारी के लिए स्पेस इंडिया लिमिटेड (एनएसआईएल) और एरियनस्पेस के साथ समझौते हुए हैं। एच125 हेलीकॉप्टरों के उत्पादन के लिए टाटा और एयरबस हेलीकॉप्टरों के बीच औद्योगिक साझेदारी को भी अंतिम रूप दिया गया है। मैक्रों के भारत दौरे पर दोनों देशों ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, स्वास्थ्य सेवा सहयोग, शिक्षा, प्रशिक्षण और अनुसंधान के साथ-साथ कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) से जुड़े समझौतों को भी अंतिम रूप दिया है। वर्ष 2026 को भारत-फ्रांस नवाचार वर्ष के रूप में मनाने का फैसला लिया गया है।
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