नई दिल्ली: छह बार की विश्व चैंपियन मुक्केबाज मैरी कॉम (Mary Kom) ने संन्यास का ऐलान नहीं किया है. उन्होंने खेल से संन्यास की खबरों का खंडन करते हुए कहा है कि उनके बयान को तोड़ मरोड़कर पेश किया गया और उनका अभी संन्यास का कोई इरादा नहीं है. मैरी कॉम ने पीटीआई द्वारा जारी एक बयान में इस बात का खुलासा किया.
लंदन ओलंपिक 2012 की कांस्य पदक विजेता मैरी कॉम ने जारी एक बयान में कहा,‘‘मीडिया के मेरे दोस्तों, मैंने अभी तक संन्यास की घोषणा नहीं की है और मेरे बयान को तोड़ मरोड़कर पेश किया गया. जब भी मुझे संन्यास का ऐलान करना होगा तो मैं खुद सभी को बताऊंगी. मैने कुछ मीडिया रिपोर्ट देखी हैं जिनमें कहा गया कि मैने खेल को अलविदा कह दिया जो सही नहीं है.’’
पूर्व राज्यसभा सांसद ने आगे कहा, “मैं 24 जनवरी को डिब्रूगढ़ में एक स्कूल के कार्यक्रम में भाग ले रही थी जहां मैं बच्चों की हौसलाअफजाई कर रही थी. मैंने कहा था कि मेरे भीतर अभी भी खेलों में नई ऊंचाइयां छूने की भूख है लेकिन ओलंपिक में उम्र की सीमा होने से मैं भाग नहीं ले सकती. मैं हालांकि, अपना खेल जारी रख सकती हूं और मेरा फोकस फिटनेस पर है.’’
मैरी कॉम 2014 में दक्षिण कोरिया के इंचियोन में एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला मुक्केबाज बनी थी. मैरी कॉम को कई नेशनल अवॉर्ड्स से भी नवाजा जा चुका है. साल 2006 में मैरी कॉम को पद्मश्री अवॉर्ड से नवाजा जा चुका हैं. वहीं, 2009 में उन्हें देश के सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से भी नवाजा गया था. इसके अलावा 2020 में पद्मविभूषण, 2013 में पद्मभूषण, 2009 में मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड और 2003 में अर्जुन अवॉर्ड से नवाजी जा चुकी है.
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