इंदौर। इंदौर-महू-खंडवा गेज कन्वर्जन परियोजना के तहत पश्चिम रेलवे ने महू यार्ड स्थित डायमंड क्रॉसिंग हटाने की तैयारी शुरू कर दी है। माना जा रहा है कि हफ्तेभर के भीतर कभी भी डायमंड क्रॉसिंग खत्म किया जा सकता है। यह क्रॉसिंग इसलिए बेहद खास है, क्योंकि यहां बड़ी रेल लाइन छोटी रेल लाइन को क्रॉस करती है।
देश में अब इस तरह के चुनिंदा रेलवे क्रॉसिंग रह गए हैं, इसलिए इन्हें डायमंड क्रॉसिंग कहा जाता है। यहां ट्रेनें काफी कम गति से गुजरती हैं और तकनीकी रूप से इसे तैयार करना बेहद कठिन होता है। महू में पहले डायमंड क्रॉसिंग नहीं था, लेकिन इंदौर-महू गेज कन्वर्जन के दौरान जब महू यार्ड में पिट लाइन का निर्माण किया गया, तब इसे बनाना पड़ा था। अब महू-पातालपानी गेज कन्वर्जन के साथ बाकी हिस्सों की छोटी लाइन तो उखाड़ी जा चुकी है, लेकिन डायमंड क्रॉसिंग के दोनों सिरों पर छोटी लाइन हटना रह गई थी। रेल सूत्रों ने बताया कि यथासंभव जनवरी महीने में ब्लॉक लेकर डायमंड क्रॉसिंग हटाने की तैयारी है।
चार-पांच घंटे का समय लगेगा
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि महू यार्ड का डायमंड क्रॉसिंग हटाने में चार-पांच घंटे तक का समय लग सकता है। इस दौरान महू स्टेशन के प्लेटफॉर्म से कोचिंग डिपो या पिट लाइन की तरफ ट्रेनों या कोचों की आवाजाही बंद रखी जाएगी। ब्लॉक के दौरान डायमंड क्रॉसिंग का पॉइंट उखाडक़र बड़ी लाइन का नया पॉइंट लगाया जाएगा।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved