इन्दौर। फरवरी में सिरपुर तालाब क्षेत्र में पर्यावरणविदों की आयोजित कार्यशाला को लेकर नगर निगम ने सिरपुर तालाब की सफाई का अभियान एक माह तक चलाया। इस दौरान सैकड़ों ट्रक जलकुंभी तालाब से निकलती रही, जिसको लेकर अधिकारी भी हैरान परेशान हो गए। करीब 80 से ज्यादा संसाधन लगाकर वहां अब जाकर पूरा तालाब साफ-सुथरा हो पाया है।
सिरपुर तालाब के फैले हुए हिस्से में सभी जगह जलकुंभी जमा होने के कारण वहां सफाई का अभियान पूरी तरह शुरू नहीं हो पा रहा था तो निगम अधिकारियों ने कुछ प्राइवेट एजेंसियों और निगम वर्कशाप विभाग की टीम का सहयोग लेकर काम शुरू किया। एक माह तक लगातार वहां 40 से ज्यादा जेसीबी, पोकलेन और वर्कशाप विभाग द्वारा बनाई गई जलकुंभ निकालने वाली मशीन की मदद से कार्य चलता रहा। निगम के सारे डंपर और प्राइवेट डंपर भी तालाब से निकाली गई जलकुंभी को ट्रेंचिंग ग्राउंड पहुंचाने के लिए लगाए गए थे। करीब सौ से ज्यादा डंपर कई फेरे लगाकर जलकुंभी वहां से ले जाते रहे। अफसरों की माने तो सैकड़ों ट्रक जडलकुंभी अब तक ट्रेंचिंग ग्राउंड और अन्य स्थानों पर पहुंचाई जा चुकी है और तबजाकर तालाब का हिस्सा साफ सुथरा हो पाया है। अब तालाब के कुछ हिस्सों में ही जलकुंभी शेष बची है, जिसे भी हटाने का काम संसाधनों की मदद से किया जा रहा है। इसके साथ ही वहां सौंदर्यीकरण के कई कार्य किए जा रहे हैं, पाथवे बनाने से लेकर बर्ड वाचिंग के लिए चार पाइंट बनाये गये हैं, जहां सभी जगह टेलीस्कोप रहेंगे। परिसर में बनाए जा रहे नालेज पार्क का काम भी 50 प्रतिशत पूरा होने आया है। फरवरी में वहां आयोजित बड़ी कार्यशाला को लेकर निगम का अमला पूरी तरह तैयरियों में जुटा है।
साख संस्था के गबन केस में महिला प्रबंधक की जमानत फिर खारिज
इंदौर। प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश संजय कुमार गुप्ता ने देवीलाल वाजपेयी साख सरहकारिता संस्था में हुए लाखों के गबन मामले में आरोपी महिला प्रबंधक भारती साहू निवासी परदेशीपुरा का जमानत आवेदन तीसरी बार खारिज कर दिया। संस्था के कई सदस्यों से धोखाधड़ी में उसे गत अक्टूबर में गिरफ्तार किया गया था पुलिस ने देवीलाल वाजपेयी साख सहकारिता संस्था में हुए घोटाले में अध्यक्ष, मैनेजर सहित तीन लोगों के खिलाफ हेराफेरी और धोखाधड़ी की एफआइआर दर्ज की थी। उक्त संस्था में शिकायत कर्ता के अलावा अन्य कई सदस्यों के भी लाखों रुपए की धोखाधड़ी के आरोप है।
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