भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल (Bhopal, capital of Madhya Pradesh) की सेंट्रल जेल (Bhopal Central Jail) एक बार फिर आकर्षण का केंद्र बन गई है, क्योंकि स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (SIMI) के चार आतंकवादियों ने भूख हड़ताल (hunger strike) शुरू कर दी है. मौत की सजा और आजीवन कारावास की सजा काट रहे इन आरोपियों ने जेल प्रशासन पर दबाव बनाने के लिए खाना-पीना त्याग दिया है. आतंकवादियों ने जेल प्रशासन के सामने कुछ मांगे रखी हैं. आतंकियों ने जेल परिसर में सामूहिक नमाज पढ़ने, खुले में घूमने की आजादी न्यूज पेपर और एक लाइब्रेरी खोलने की भी मांग की है.
वहीं, भूख हड़ताल के बाद जेल प्रशासन को हाई अलर्ट पर रखा गया है. जेल के डॉक्टर आतंकवादियों की सेहत पर बारीकी से नजर रख रहे हैं. प्रशासन द्वारा लोगों को हड़ताल समाप्त करने के लिए मनाने के प्रयासों के बावजूद कोई सफलता नहीं मिल पाई है. भूख हड़ताल में शामिल चार आतंकवादियों की पहचान कमरुद्दीन, शिवली, कामरान और अबू फैजल के रूप में की गई है, जिनमें से दो को मौत की सजा सुनाई गई है, बाकी दो को आजीवन कारावास की सजा मिली है.
यह पहली बार नहीं है कि इन आतंकियों ने अपनी मांगों को लेकर भूख हड़ताल का सहारा लिया है. इसी तरह की घटनाएं 2020 और 2023 में हुईं, जिस दौरान उन्होंने बाकी जेलों में उपलब्ध सुविधाओं की तुलना में बेहतर सुविधाओं की मांग की थी. इस पूरी घटना को लेकर जेल प्रशासन ने जेल मुख्यालय को अवगत कराया है. पूरे घटनाक्रम पर करीब से नजर रखी जा रही है.
गौरतलब है कि सिमी आतंकी अबू फैजल और उसके साथी इससे पहले 2013 में खंडवा जेल से दीवार फांदकर भाग गए थे. हालांकि, बाद में उन्हें सेंधवा में आतंकवाद निरोधक दस्ते यानी ATS ने पकड़ लिया था. गिरफ्तारी के दौरान उनके पास से बंदूक और कारतूस बरामद हुए थे. इसके बाद आतंकवादियों को कड़ी सुरक्षा के बीच जेल में स्थानांतरित कर दिया गया था. इन आतंकियों द्वारा बार-बार की जाने वाली भूख हड़ताल और मांगों ने जेल प्रशासन को हाई अलर्ट पर ला दिया है और स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है.
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