कानपुर (Kanpur)। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर (Kanpur) में चमनगंज थानाक्षेत्र (Chamanganj police station area) के हुमायूंबाग इलाके में रूपम चौराहे के पास स्थित एक पांच मंजिला रिहायशी बिल्डिंग (five storey residential building) के बेसमेंट में सोमवार रात करीब आठ बजे आग लग गई। बेसमेंट में बने चप्पल कारखाने और कारों में आग लगने के बाद 20 परिवार बिल्डिंग में फंस गए।
धुआं सीढि़यों व डक्ट के सहारे ऊपर की ओर उठा तो पहली और दूसरी मंजिल पर रहने वालों की सांस अटक गई। फ्लैटों में मौजूद महिलाओं व बच्चों ने जान बचाने के लिए खिड़की से चिल्लाना शुरू कर दिया। कुछ लोगों ने दमकल व पुलिस को सूचना दी।
वहीं, कुछ स्थानीय युवकों ने सीढ़ी और रस्सी के सहारे फंसे लोगों को निकालना शुरू कर दिया। एक बुजुर्ग महिला की स्थिति बिगड़ने पर उन्हें पास के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस बीच दमकल ने करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
चार मंजिलों में कुल 20 फ्लैट बने हुए हैं
हुमायूंबाग स्थित अपना पैलेस नाम से एक पांच मंजिला अपार्टमेंट है। इस अपार्टमेंट के बेसमेंट में एक चप्पल कारखाने के अलावा गारमेंट का गोदाम है। वहीं पर गाड़ियां भी खड़ी की जाती हैं। ग्राउंड फ्लोर पर कुछ दुकानें हैं और ऊपर के चार मंजिलों में कुल 20 फ्लैट बने हुए हैं।
कुछ लोग सीढ़ी और रस्सी के सहारे पहली मंजिल पर पहुंचे
पहली मंजिल पर रहने वाले इंजमाम उल हक ने बताया कि पिता मो. तारिक और वह घर से बाहर थे। मां ने फोन कर बताया कि बिल्डिंग में आग लग गई है और घर में धुंआ भर गया है। वे लोग सांस नहीं ले पा रहे। भागते हुए घर पहुंचे, तो देखा कि कुछ लोग सीढ़ी और रस्सी के सहारे पहली मंजिल पर पहुंचे।
लोगों को निकालने के साथ आग बुझाने का दोहरा ऑपरेशन
इसके बाद खिड़की का शीशा तोड़ने के बाद एक-एक कर सभी को बाहर निकालने लगे। इस दौरान दूसरी मंजिला पर रहने वाले आदिल के परिवार की महिलाओं और दो महीने के बच्चे के अलावा अलफ्शा, फातिमा को नीचे उतारा। इस बीच दमकल व पुलिस पहुंच गई और लोगों को निकालने के साथ-साथ आग बुझाने का दोहरा ऑपरेशन शुरू कर दिया।
तीन कार व दो बाइक भी आग की चपेट में आ गईं
स्थिति को देखते हुए डीसीपी सेंट्रल प्रमोद कुमार ने आसपास के सभी थानों का फोर्स बुला लिया। हर मंजिल से सभी फ्लैट के निवासियों को निकाला गया। बेसमेंट में बनी दुकानों के अलावा वहां खड़ी तीन कार व दो बाइक भी आग की चपेट में आ गईं थीं। पूरे ऑपरेशन के दौरान शहर के तकरीबन सभी फायर स्टेशन से 11 गाड़ियों को मौके पर बुलाकर आग पर काबू पाया गया।
बुजुर्ग की हालत बिगड़ी, अस्पताल में भर्ती
बचाव कार्य के दौरान पहली मंजिल पर रहने वाली जीनत निशा नाम की बुजुर्ग महिला बाहर निकलते ही बेहोश होने लगी। सांस लेने में तकलीफ बताने पर उन्हें तुरंत ही पास के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनकी हालत स्थिर है। इसके अलावा एक बिल्ली को भी दमकल की टीम ने बाहर निकाला।
दहशत में दूसरी मंजिल से फेंका डेढ़ साल का बच्चा
अपार्टमेंट में रहने वाली सुमइया फातिमा ने बताया कि दमघोंटू धुएं की वजह से हर तरफ चीखपुकार मची हुई थी। किसी को समझ नहीं आ रहा था कि बिल्डिंग से बाहर कैसे निकलें। फिर अचानक कुछ लोगों ने सीढ़ी व रस्सी लेकर मदद करनी शुरू की।
लोगों ने उसे कैच कर बचा लिया
वहीं, बचाव के दौरान दूसरी मंजिल पर रहने वाले आदिल का परिवार आग में फंस गया। स्थानीय लोग लोडर से परिवार को उतार रहे थे। इसी दौरान दहशत में एक महिला ने अपने डेढ़ साल के बच्चे को नीचे खड़े लोगों की ओर फेंक दिया। हालांकि, लोगों ने उसे कैच कर बचा लिया।
ऑपरेशन के दौरान आग बुझाने से ज्यादा धुएं के बीच संकरी सीढि़यों से लोगों को रेस्क्यू करना चुनौती था। फायर, पुलिस टीम ने करीब 30 से ज्यादा लोगों व दो पालतू बिल्लियों को निकाला। शार्ट सर्किट से आग की आशंका लग रही है। विस्तृत जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। -दीपक शर्मा, मुख्य अग्निशमन अधिकारी, कानपुर
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