भंडारा: महाराष्ट्र के भंडारा जिले (Bhandara district) में आयोजित एक सार्वजनिक कार्यक्रम में एक बार फिर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) का बेबाक बयान सामने आया है। यहां एक कार्यक्रम के दौरान नितिन गडकरी ने कहा कि वह मजाक में कहते हैं कि सरकार विषकन्या (Sarkar Vishkanya) की तरह है। जिधर सरकार की मदद मिलती है, वहां प्रयोग बंद पड़ जाता है। साथ ही उन्होंने कहा कि कुछ अधिकारी ऐसे भी मिलते हैं जिन्हें समझाते-समझाते सिर के बाल तक उड़ जाते हैं। वहीं उन्होंने अपने अन्य कामों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि अभोरा के आगे का रास्ता सही है, कलेक्टर और एसपी साहब (Collector and SP sir) से विनती है कि इसे आगे बढ़ाएं, मैं मीटिंग लेकर परेशान हो गया हूं।
अधिकारियों को समझाने में उड़ जाते हैं सिर के बाल
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने महाराष्ट्र के भंडारा में एक कार्यक्रम के दौरान वहां पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सही अर्थ में मैं सरकार मैं हूं। मैं हरदम कहता हूं कि सरकार के काम में कभी हस्तक्षेप करने का नहीं और कभी उनसे मदद लेने का नहीं। मैं मजाक में कहता हूं कि सरकार विषकन्या की तरह है, जिधर सरकार की मदद मिलती है वहां वो प्रयोग बंद पड़ जाता है। मैं अब सोशल एंटरप्रेनर हूं। मैं कभी सरकार से मदद लेता नहीं हूं, कभी सरकार के अधिकारियों के पास जाता नहीं हूं। उन्होंने कहा कि यहां बैठे हुए अधिकारी अच्छे हैं। बाकी के अधिकारियों का हाल है कि वो काम बंद ही कर देते हैं। उनको कन्वेंस करते-करते सिर के बाल उड़ जाते हैं।
डीएम और एसपी से की विनती
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आगे कहा कि उन्हें अधिकारियों ने कहा कि अभोरा तक रास्ता सही है, उसके आगे जो नतदृष्टि फॉरेस्ट के अधिकारी हैं वह रास्ता बनने नहीं दे रहे हैं। तो कलेक्टर साहब से मेरी विनती है कि मैं तंग हो चुका है। एसपी साहब से भी विनती है कि अपनी नई कलम लगाकर इन्हें अंदर डालें। पवनी से भंडारा तक का पूरा रास्ता 12 वर्षों में बनने नहीं दिया। मैंने पैसा सैंक्शन किया हुआ है। साथ ही उन्होंने कहा कि अगले महीने 17 तारीख को मैं देवेंद्र फडणवीस के साथ आने वाला हूं। कलेक्टर साहब थोड़ा ध्यान देकर इसे करें। मैं इतनी मीटिंग लेकर परेशान हो गया हूं।
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