काठमांडू (Kathmandu)। कपिलवस्तु (Kapilvastu) में इलाज के नाम पर ईसाई धर्म का प्रचार (Propagation Christianity name of treatment) करने के आरोप में दो लोगों (two people) को स्थानीय लोगों (Local people ) ने पुलिस के हवाले (handed over police) कर दिया है।
कपिलवस्तु के एक घर में दो लोगों को उस समय स्थानीय लोगों ने पकड़ा जब वो वहां मौजूद दिव्यांग बच्चों को जबरन बाईबल पढ़ा रहे थे और उनके ठीक होने का दावा कर रहे थे। इतना ही नहीं वहां पर कुछ बीमार महिलाओं को भी रखा गया था जिन पर जबरन धर्म परिवर्तन करने का दबाव देते हुए उनकी बीमारी को ठीक करने का भी दावा किया जा रहा था।
पुलिस ने बताया कि महाकाल युवा शक्ति नेपाल के कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों को मिली सूचना के बाद जब उस जगह पर छापेमारी की गई तो दो लोगों को नियंत्रण में लेकर पुलिस के हवाले किया। पुलिस के मुताबिक उन दोनों युवकों पर जबरन धर्मांतरण के कार्य में संलग्न होने का मुकदमा चलाया जाएगा। महाकाल युवा शक्ति के कार्यकर्ताओं ने बताया कि जिस जगह पर धर्मांतरण का यह खेल चल रहा था वह पुलिस थाने के बहुत ही करीब है।
पुलिस ने धर्मांतरण कराने के आरोप में कृतिराज ढुंगेल और उनके सहयोगी मनोज कहांर को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कर लिया है। इनके करतूत से नाराज स्थानीय ने धर्मांतरण के दोनों आरोपित के चेहरे पर कालिख पोत दी थी। महाकाल युवा शक्ति के कार्यकर्ताओं ने बताया कि उन्हें यह सूचना तब मिली जब वो अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले श्रीराम मन्दिर के प्राण प्रतिष्ठा की अक्षत कलश लेकर वहां पहुंचे थे।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved