नई दिल्ली (New Dehli)। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh)सहित देश के कई हिस्सों में कड़ाके की ठंड (bitter cold)पड़ रही है. लोग ठंड (Cold)से बचने के लिए कई उपाय (many solutions)कर रहे हैं. इस मौके पर ठंड से बचने के लिए लोग अपने घरों में रूम हीटर का इस्तेमाल कर रहे हैं. रूम हीटर की वजह से सर्दी से बचाव हो रहा है, लेकिन यह रूम हीटर आंखों के लिए नुकसान दायक साबित हो रहे हैं. इन दिनों मध्य प्रदेश के भोपाल सीहोर अस्पतालों में आंखों की समस्या से संबंधित मरीज ज्यादा पहुंच रहे है.
नेत्र विशेषज्ञों के अनुसार सर्दी से बचाव के लिए लोग रूम हीटर का उपयोग कर रहे हैं, लेकिन लोगों को जानकारी नहीं है कि रूम हीटर कमरे में मौजूद ऑक्सीजन को खींचकर उसे जला देता है. इससे कमरा गर्म हो जाता है, लेकिन ऑक्सीजन की कमी हो जाती है. रूम हीटर कमरे में ऑक्सीजन का स्तर घटाने के साथ ही नमी भी खत्म कर देता है. इससे आंखों की नमी भी खत्म हो सकती है और आंखों में ड्राइनेस आ जाती है.
रुम हीटर से हो सकती हैं ये दिक्कतें
जिसकी वजह से आंखों में खुजली या जलन हो सकती है. इंफेक्शन बढ़ने पर आंखों की रोशनी भी जा सकती है. मरीजों के स्किन रूम हीटर के इस्तेमाल से खुश्क हो सकते हैं. रूम हीटर का उपयोग करने पर कमरे से बाहर आने जाने पर शरीर का तापमान भी घटता बढ़ता है, जिससे शरीर को आदर्श तापमान की स्थिति बनाए रखने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है. इससे रोग प्रतिकरोधक क्षमता पर असर पड़ता है.
आंखों में लालपन-भारीपन की शिकायत
ठंड में मौसम खुश्क होने से हवा में नमी कमी हो जाती है, ऐसे में अगर रूम के अंदर हीटर चलाते हैं तो नमी ओर कम हो जाती है. इससे आंखों में भी नमी कम हो जाती है. लगातार हीटर चलने की वजह से आंखों में रुखापन आ जाता है. जो लोग बंद कमरे में लंबे समय तक हीटर चलाते हैं, उनकी आंखों में समस्या आने लगती है. आंखों में भारी पन, लालपन, पानी आने की शिकायत आने लगती है.
हीटर कैसे करें इस्तेमाल?
एक्सपर्ट ऐसे में सलाह देते हैं कि ठंड में बंद कमरे में लंबे समय तक रूम हीटर का प्रयोग न करें. अगर रखते भी हैं तो दीवार की तरफ रखें, जिससे हवा घूम के आ सके. आंखों पर सीधी गर्म हवा आने से नुकसान हो सकता है, ऐसे कई मरीज आ रहे हैं जिनकी आंखों से पानी आ रहा है. नींद पूरी नहीं हो रही है. जब उनसे रूम हीटर के उपयोग की बात पूछते हैं तो वे हां में जवाब देते हैं.
आंसू के वाष्पीकरण से होती है समस्या
रूम हीटर की वजह से कमरे का तापमान बढ़ता है. ऐसे में जो आंसू हमारी आंखों में बनता है उसके वाष्पीकरण की गति बढ़ जाती है. जिस गति से आंसू बनता है, उससे ज्यादा गति से आंसू का वाष्पीकरण होता है. आंखें सूखने लगती हैं और जब सूखी आंखों में हम पलक झपकाते हैं, तो रगड़ पड़ती है. जिसकी वजह से आंखें लाल होती है. जो लोग लगातार रूम हीटर का उपयोग करते हैं, उन लोगों में अक्सर ये समस्याएं आ रही हैं. रूम हीटर का लगातार उपयोग नहीं करना चाहिए.
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