नई दिल्ली (New Delhi) । चीन (China) भी अब भारत (India) की बढ़ती ताकत का लोहा मान गया है. चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने पूरी दुनिया में पीएम मोदी (PM Modi) की अगुआई में बढ़ती भारत की ताकत की जमकर तारीफ की है. शंघाई स्थित फुडन विश्वविद्यालय में दक्षिण एशियाई स्टडी सेंटर के डायरेक्टर झांग जियादोंग ने कहा, भारत ने आर्थिक विकास, सोशल गवर्नेंस और विदेश नीति में पिछले 4 साल में काफी तरक्की की है.
ग्लोबल टाइम्स ने भारत के रणनीतिक आत्मविश्वास का लोहा माना और कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत नैरेटिव को एक आकार दिया गया है. आर्टिकल के मुताबिक, भारत अब पारंपरिक पश्चिम आधारित आइडिया से निकलकर लोकतांत्रिक राजनीति की खास भारतीय विशेषता पर जोर दे रहा है.
भारत का आर्थिक लचीलापन
झांग जियादोंग ने कहा, अर्बन गवर्नेंस में सुधार और ग्रोथ को बढ़ाने में भारत ने काफी काम किया है. चीन के साथ भारत की व्यापार की चर्चा में भी काफी बदलाव आया है. व्यापार असंतुलन को कम करने के चीन के उपायों से ध्यान हटाकर भारत ने बढ़ती निर्यात क्षमता पर फोकस किया है. उदाहरण के तौर पर जब भारत और चीन के बीच व्यापार असमानता की चर्चा होती है तो भारतीय प्रतिनिधि पहले व्यापार असंतुलन को घटाने के चीन के उपायों पर फोकस किया करते थे. लेकिन अब वे भारत की निर्यात क्षमता पर जोर देते हैं.
भारत की बदली विदेश नीति
आर्टिकल में पीएम मोदी की अगुआई में भारत की विदेश नीति की जमकर तारीफ की गई है. भारत ने अमेरिका, जापान और रूस जैसे देशों के साथ अपने रिश्ते पहले की तुलना में ज्यादा मजबूत किए हैं. इसके अलावा रूस-यूक्रेन जंग में भारत का सूक्ष्म रुख इसकी विकसित हो रही महान शक्ति रणनीति को दिखाता है. ग्लोबल टाइम्स के आर्टिकल में लिखा है, ‘जब से पीएम मोदी ने सत्ता संभाली है, उन्होंने मल्टी अलाइनमेंट स्ट्रैटजी को अपनाया है. जापान, अमेरिका और रूस के अलावा अन्य देशों और क्षेत्रीय संगठनों के साथ संबंधों को मजबूत किया है.’
बहुध्रुवीय की तरफ पलायन
ग्लोबल टाइम्स ने आगे लिखा कि पीएम मोदी के सत्ता संभालने के बाद से भारत ने खुद को दुनिया के बड़े देशों के साथ जोड़ा है. अब उसका रुख मल्टी बैलेंसिंग न होकर मल्टी अलाइनमेंट हो गया है. आर्टिकल में बहुध्रुवीय दुनिया में एक ध्रुव बनने की दिशा में भारत के बदलाव की शानदार रफ्तार के बारे में बताया गया है, जो दुनिया के इतिहास में कम ही देखा गया है.
चीनी मुखपत्र ने लिखा, ‘भारत ने हमेशा खुद को वर्ल्ड पावर माना है. लेकिन 10 साल से भी कम समय में उसका फोकस मल्टी बैलेंसिंग से मल्टी अलाइनमेंट पर आ गया है. अब वह मल्टीपोलर वर्ल्ड में खुद को एक ध्रुव बनाने की रणनीति पर काम कर रहा है. ऐसा कम ही देखने को मिलता है.’
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