इंदौर। बीते कुछ दिनों से निगम का ई-पोर्टल (e-portal) बंद पड़ा है जिसके चलते निगम को करोड़ों रुपए का फटका लग रहा है, क्योंकि ऑनलाइन (Online) कर जमा नहीं हो पा रहा है और सिर्फ मुख्यालय या झोन पर जाकर पैसा जमा कराने वालों को ही मेन्यूअल रसिद दी जा रही है।
25 से 30 करोड़ रुपए से अधिक की पोस्टिंग नगर निगम पोर्टल ठप होने के चलते नहीं कर पा रहा है और न ही नए खाते खुल पा रहे हैं, दरअसल बीते कुछ वर्षों से निगम में ऑनलाइन ही कर प्रणाली शुरू की गई, जिसमें लोगों को भी संपत्ति, जलकर सहित अन्य करों को जमा करने की सुविधा मिल जाती है, हालांकि निगम काउंटरों पर भी रोजाना नकद या चेक के जरिऐ भी लोग राशि जमा करते हैं, मगर बीते 10-12 दिनों से साइबर अटेक के चलते नगर निगम का पोर्टल ठप पड़ा है, जिसके चलते संपत्ति, जलकर, कचरा, जलसंग्रहण शुल्क सहित बिल्डिंग परमिशन शुल्क के साथ अन्य टैक्स जमा नहीं हो पा रहे हैं और न ही उनकी पोस्टिंग हो पा रही है। एक तरफ नगर निगम की आर्थिक हालत अत्यंत खस्ता है, दूसरी तरफ रही-सही कसर ऑनलाइन भुगतान में आ रही इस रुकावट के चलते पूरी हो गई। भोपाल स्तर पर पोर्टल सुधार का कार्य चल रहा है, जिसके जल्द ही पूरा होने की उम्मीद निगम अधिकारियों ने जताई है। बकाया राशि के रिकार्ड भी नहीं निकल पा रहे हैं, जिससे बकायादारों को न तो नोटिस जारी हो रहे ेहैं और न ही वसूली की प्रक्रिया में सख्ती हो पा रही है। अभी तो जो करदाता राशि जमा कराने आ रहे हैं, उनसे अनुमान या राउंड फिगर के आधार पर राशि जमा कराई जा रही है। नगर निगम को लाखों रुपए रोज का नुकसान उठाना पड़ रहा है और मेन्यूअल दी जाने वाली रसिदों में भी गड़बड़ी की आशंका है, क्योंकि पूर्व में भी संपत्तिकर, जलकर के मामले में इस तरह की अनियमितताएं सामने आती रही हैं। दरअसल सायबर अटैक के चलते प्रदेशभर के नगरीय निकायों के पोर्टल 31 दिसंबर से ही ठप पड़े हैं और इन्हें हैक करने की भी आशंका थी।
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