मुंबई (Mumbai)। 8 फरवरी 2024 को पाकिस्तान (Pakistan) में चुनाव होने हैं. लेकिन यहां के हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि यहां एक ओर जहां महंगाई (Dearness) बढ़ रही है, वहीं दूसरी मौसम की मार की वजह से किसान कर्ज के बोझ तले दबते जा रहे हैं. ऐसे में मजबूरी में खुद को जिंदा रखने के लिए ये लोग अपनी मासूम बेटियों को बेचने का काम कर रहे हैं, ताकि खुद को कर्ज के बोझ से बचा सकें. पाकिस्तान में गरीबी का आलम यह है कि 10-12 साल की बच्चियों की शादी 40-50 साल के अधेड़ों से कराई जा रही है. ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या पाकिस्तान बर्बादी की कगार पर है?
दरअसल, पाकिस्तान के बलूचिस्तान इलाके में पिछले साल काफी ज्यादा बारिश हुई थी, जिससे बाढ़ भी आया. ऐसे में ये इलाका पूरी तरह से मुल्क से कट गया था. किसानों की खेती योग्य जमीन भी बह गई. एक साल बाद यहां की हालत और खराब हो गई. इलाके पर नजर रखने वाले पाकिस्तानी अधिकारियों की मानें तो इस साल कम उम्र में निकाह के 13 फीसदी मामले बढ़ गए हैं. वहीं, 2022 में हुए एक सर्वे के मुताबिक, कम उम्र में हुई शादी के कारण स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति पर भी असर पड़ा है. ऐसा कहा जाता है कि 5वीं कक्षा में जाते ही बच्चियों का रोका (इंगेजमेंट) कर दिया जाता है या फिर उनकी शादी कर दी जाती है.
नेशनल कमीशन फॉर वुमेन की फौजिया शाहीन ने कहा कि हमारे पास निकाह को लेकर कोई मैकेनिज्म तो नहीं है, लेकिन पाकिस्तान में अर्ली मैरिज के मामले बहुत हैं. हालांकि, कार्यकर्ताओं ने इसके लिए कड़े कानून बनाने की मांग की. साथ ही जलवायु परिवर्तन से जुड़ी चुनौतियों से निपटने के लिए तुरंत एक्शन लेने की मांग की, ताकि दूसरी लड़कियों को क्लाइमेट ब्राइड बनने से बचाया जा सके.
महंगाई से त्राहिमाम
पाकिस्तान के बलूचिस्तान इलाके में भले ही किसानों की जमीनें बह गईं, जिससे वे खेती नहीं कर पा रहे हैं, लेकिन इससे अलग पूरे पाकिस्तान में बढ़ती महंगाई की वजह से त्राहिमाम मचा हुआ है. खाने-पीने से जुड़े सामान इतने महंगे हो चुके हैं कि लोगों के लिए खरीदना मुश्किल है. हालांकि, इन सबके बीच 8 फरवरी को चुनाव हैं. ऐसे में देखना होगा कि इस इलाके में यहां के नेता वोट मांगने के लिए क्या कहकर पहुंचते हैं.
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