श्रीहरिकोटा (आंध्र प्रदेश) । इसरो (ISRO) ने वर्ष के पहले दिन (On the First Day of the Year) पहली बार (For the First Time) अंतरिक्ष में (Into Space) सफल प्रक्षेपण किया (Successfully Launched) । भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की सोमवार की रॉकेटिंग में कई चीजें पहली बार हुईं। इनमें महिलाओं द्वारा निर्मित उपग्रह को अंतरिक्ष में ले जाना, ईंधन सेल का परीक्षण और अन्य शामिल हैं।
इसके अलावा वर्ष के पहले दिन पहली बार अंतरिक्ष में सफल प्रक्षेपण किया गया। इसरो ने अपने ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान-सी58 (पीएसएलवी-सी58) के साथ अपने एक्स-रे पोलारिमीटर उपग्रह (एक्सपीओसैट) को 650 किमी की ऊंचाई पर सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित किया।
रॉकेट के चौथे चरण को शैक्षणिक संस्थानों, निजी कंपनियों और इसरो के 10 प्रायोगिक पेलोड के साथ एक कक्षीय मंच में बदल दिया गया है। पेलोड में से एक सौर विकिरण और यूवी सूचकांक की तुलना के लिए एलबीएस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी फॉर वुमेन द्वारा निर्मित महिला इंजीनियर सैटेलाइट (डब्ल्यूईएसएटी) है।
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