• img-fluid

    RSS को चुनौती देने नागपुर से 2024 का आगाज किया, मेगा रैली कर कांग्रेस ने भाजपा को दिया ये संदेश?

  • December 29, 2023

    नई दिल्‍ली (New Dehli)। कांग्रेस पार्टी(congress party) ने अपने 139वें स्थापना दिवस पर महाराष्ट्र (Maharashtra)के नागपुर में विशाल रैली (huge rally)का आयोजन किया। इसे ‘हैं तैयार हम’ (‘We are ready’)नाम दिया गया था। देश की राजधानी नई दिल्ली से करीब 1100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित विदर्भ इलाके के मध्य में स्थित शहर नागपुर में की गई इस रैली को अगले साल अप्रैल-मई 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए कांग्रेस के चुनावी अभियान का आगाज कहा जा रहा है।


    कांग्रेस का कहना है कि ‘हैं तैयार हम’ की थीम देश में लोकतंत्र की रक्षा के लिए कांग्रेस की लड़ने की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है। रैली का स्थान दिघोरी नाका क्षेत्र में स्थित था, जिसे कांग्रेस ने राहुल की भारत जोड़ो यात्रा से कनेक्ट करते हुए “भारत जोड़ो ग्राउंड” बना दिया था। आइए, समझते हैं कि महाराष्ट्र की दूसरी राजधानी नागपुर में कांग्रेस की इस मेगा रैली के पीछे किया संदेश छुपे हैं:

    नागपुर से कांग्रेस का ऐतिहासिक जुड़ाव

    नागपुर से कांग्रेस का जुड़ाव भारत की आज़ादी से पहले का है। दिसंबर 1920 में आयोजित कांग्रेस के नागपुर अधिवेशन में ही पार्टी ने महात्मा गांधी के नेतृत्व में अंग्रेजों के खिलाफ असहयोग आंदोलन शुरू करने का स्पष्ट आह्वान किया था। इसी सम्मेलन में कांग्रेस ने महत्वपूर्ण संगठनात्मक सुधार भी किए थे, जिसमें 350 सदस्यों के साथ अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी को मजबूत करने और 15 सदस्यीय कांग्रेस कार्यसमिति को सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था के रूप में गठित करने का निर्णय लिया गया था।

    इंदिरा गांधी से जुड़ाव

    आजादी के बाद, 1959 में आयोजित कांग्रेस के नागपुर अधिवेशन में ही इंदिरा गांधी को कांग्रेस का अध्यक्ष चुनाव गया था। तब सिर्फ 41 साल की थीं। उनके नाम की सिफारिश निवर्तमान कांग्रेस अध्यक्ष यूएन ढेबर ने की थी। आपातकाल के दौरान जय प्रकाश नारायण के नेतृत्व में “इंदिरा हटाओ, देश बचाओ” आंदोलन के दौरान भी, कांग्रेस नागपुर पर अपनी पकड़ बनाए रखने में कामयाब रही थी। नागपुर हमेशा से कांग्रेस का गढ़ रहा है। इसे इस बात से भी समझा जा सकता है कि नागपुर लोकसभा सीट से भाजपा अब तक केवल तीन बार – 1996, 2014 और 2019 में ही जीत सकी है। फिलहाल मितिन गडकरी वहां से सांसद हैं।

    राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का मुख्यालय

    नागपुर में ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का मुख्यालय भी है। संघ की स्थापना इसी शहर के रहने वाले डॉक्टर केशव बलिराम हेडगेवार ने 1925 में की थी। यह संस्था भाजपा और कई अन्य सहयोगियों का वैचारिक स्रोत है। संघ को बीजेपी का पॉवर हाउस भी कहा जाता है।

    नागपुर में मेगा रैली कर कांग्रेस ने संघ और भाजपा के खिलाफ अपनी वैचारिक लड़ाई को नई धार देने की कोशिश की है और इसका स्पष्ट संदेश देने के लिए नागपुर को चुना है। राहुल ने कहा कि कांग्रेस ने आजादी की लड़ाई में गरीबों, दलितों, महिलाओं के अधिकारों के लिए भी लड़ाई लड़ी थी। उन्होंने कहा कि संघ की विचारधारा इससे उलट है। राहुल ने कहा कि संघ-भाजपा के लोग दलितों, गरीबों, महिलाओं के विरोधी हैं। वह आजादी से पहले के दौर में भारत को ले जाना चाहते हैं। इसलिए, माना जा रहा है कि कांग्रेस ने नागपुर की जमीन पर अपनी पुरानी सियासी जमीन तलाशने की कोशिश में मेगा रैली की है। राहुल ने कहा भी कि कांग्रेस संघ और भाजपा के खिलाफ सियासी जंग लड़ेगी और संवैधानिक संस्थानों को मजबूत करने के लिए लड़ेंगे।

    अम्बेडकर की दीक्षाभूमि

    नागपुर में बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की भी कर्मभूमि और दीक्षाभूमि रही है। बी आर अंबेडकर ने 14 अक्टूबर, 1956 को दशहरे के दिन अपने लाखों अनुयायियों के साथ इसी नागपुर में बौद्ध धर्म अपनाया था। उस ऐतिहासिक स्थल पर दीक्षाभूमि नामक एक स्मारक है। कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि रैली के लिए नागपुर को इसलिए भी चुना गया क्योंकि यह शहर आरएसएस और संविधान के प्रमुख वास्तुकार दोनों की विचारधाराओं को प्रतिबिंबित करता है। कांग्रेस ने खुद को अंबेडकर की विरासत पर चलने का दावा करते हुए आरोप लगाया नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार “संविधान बदलने” पर आमादा है। कांग्रेस ने कहा भी कि आज देश में दो विचारधारा की लड़ाई चल रही है और संभवत: उस लड़ाई को नागपुर से नई धार देने की कोशिश की गई है।

    Share:

    सेबी ने लिया फैसला, ब्रोकर के खाते में पड़ी रकम के सेटलमेंट नियम को बनाया आसान

    Fri Dec 29 , 2023
    नई दिल्‍ली (New Delhi) । शेयर बाजार (Share Market) को रेग्युलेट करने वाले नियामक सेबी (SEBI) ने शेयर ब्रोकर (stock broker) के पास ग्राहकों के खाते में पड़ी बिना उपयोग वाली राशि के सेटलमेंट (settlement) को लेकर नियम को आसान बनाया है। इसके तहत, अब शेयर ब्रोकर ग्राहकों के खाते में पड़ी बिना उपयोग वाली […]
    सम्बंधित ख़बरें
  • खरी-खरी
    सोमवार का राशिफल
    मनोरंजन
    अभी-अभी
    Archives
  • ©2024 Agnibaan , All Rights Reserved