• img-fluid

    पटवारी पांच महीने और चलाना चाहते थे पुरानी कार्यकारिणी से काम, प्रभारी ने नकार दिया

  • December 27, 2023

    • साढ़े पांच घंटे चली बैठक में कांग्रेस नेताओं ने खूब निकाली भड़ास, इसलिए प्रभारी जितेन्द्रसिंह को लेना पड़ा भंग करने का निर्णय

    इन्दौर। पहली बार कांग्रेस में भाजपा की तरह अनुशासन का डंडा चला और साढ़ें पांच घंटे तक कांग्रेस नेताओं की सुनने के बाद प्रदेश में प्रभारी के रूप में पहली बार आए भंवर जितेन्द्रसिंह को प्रदेश कार्यकारिणी भंग करने का निर्णय लेना ही पड़ा। हालांकि प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी अभी पुरानी कार्यकारिणी से ही लोकसभा चुनाव तक काम चलाना चाहते थे, लेकिन जितेर्न्द्रसिंह के आगे वे कुछ नहीं बोल पाए। अब जल्द ही कार्यकारिणी गठित करने की बात की जा रही है और इसमें जिन नेताओं की कांग्रेस के खिलाफ काम करने की शिकायतें आई थीं, उनकी रिपोर्ट बनाकर दिल्ली भेजी जा रही है।

    जिस तरह से कांग्रेस प्रदेश में बुरी तरह हारी, उसको लेकर यहां के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला को बदलने में आला कमान ने देर नहीं लगाई और यहां तक कि कमलनाथ को भी हटाकर उनके स्थान पर जीतू पटवारी की नियुक्ति कर दी। पटवारी ने अपनी नियुक्ति के बाद यह कहा था कि लोकसभा चुनाव तक पुरानी कार्यकारिणी ही काम करेगी और वे अभी किसी को भी हटाने के मूड में नहीं है। अगर जल्दबाजी की जाती तो पूरा रायता फैल सकता था जो पटवारी नहीं चाहते थे, लेकिन कल पहली बार बैठक लेने पहुंचे भंवर जितेन्द्रसिंह ने पहली ही बैठक में भांप लिया कि पुरानी कार्यकारिणी से काम नहीं चलेगा और जिस प्रकार की शिकायतें आ रही हैं, उससे कांग्रेस और कमजोर होंगी।

    बताया जाता है कि कई नेताओं ने बैठक में जमकर भड़ास निकाली और कहा कि कांग्रेस के हारने के कारण कांग्रेस नेता ही रहे, जिन्होंने पार्टी के खिलाफ जाकर काम किया। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में सभी जिलों से आए अध्यक्षों और प्रभारियों की भी जितेन्द्रसिंह ने सुनी। करीब साढ़े पांच घंटे तक यह बैठक चलती रही, आखरी में उन्होंने दो लाइन में कह दिया कि प्रदेश कार्यकारिणी भंग की जा रही है। उन्होंने जिला, शहर अध्यक्ष और जिले के प्रभारी तथा सहप्रभारी को यथावत रखा है। उनके परफार्मेंस के आधार पर उनकी नियुक्ति बहाल रखी जाएगी या फिर उन्हें हटाकर नई नियुक्तियां होंगी। कांग्रेस में पहली बार प्रभारी की इतने बड़े स्तर पर चली है और उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष के न चाहते हुए भी यह निर्णय ले डाला। हालांकि पटवारी भी खुश हैं। अगर वे कार्यकारिणी भंग करने की घोषणा करते तो उन पर मनमानी के आरोप लगते। अब जल्द ही नई कार्यकारिणी गठित करने की बात कही जा रही है।

    Share:

    विजयवर्गीय के मंत्री बनने के बाद कसावट आएगी सरकारी मशीनरी में

    Wed Dec 27 , 2023
    अभी तक निगम के अधिकारी भी पार्षदों को नहीं देते थे तवज्जो इन्दौर। विधायक कैलाश विजयवर्गीय के मंत्री बनने के बाद अब उन्हें कोई बड़ा विभाग मिलने की बात कही जा रही है, लेकिन एक बात तो तय है कि विजयवर्गीय के पहले विधायक बनने और उसके बाद मंत्री बनने से प्रशासनिक मशीनरी पर कसावट […]
    सम्बंधित ख़बरें
  • खरी-खरी
    शुक्रवार का राशिफल
    मनोरंजन
    अभी-अभी
    Archives
  • ©2024 Agnibaan , All Rights Reserved