इंदौर। एक तरफ थर्टी फर्स्ट मनाने व सैर-सपाटे के लिए लोग विदेश यात्रा पर निकले हैं, जिसके चलते हवाई जहाज के किराए तो बढ़े ही, वहीं होटलों में भी बुकिंग नहीं मिल रही, वहीं धर्म स्थलों पर भी भारी भीड़ उमड़ेगी। खजराना गणेश मंदिर में ही 6 लाख से अधिक तो महाकाल में 10 लाख से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचेंगे। आज मंदिर प्रबंधन समिति की बैठक भी है, जिसमें कलेक्टर और निगमायुक्त मौजूद रहेंगी, जिसमें प्रवेश व्यवस्था से लेकर यातायात व अन्य मामलों पर चर्चा होगी। 31 दिसम्बर की रात और 1 जनवरी की सुबह बड़ी संख्या में लोग धर्मस्थलों पर भी पहुंचते हैं और खजराना गणेश मंदिर में पिछले साल ही साढ़े 5 लाख श्रद्धालु पहुंचे थे। इस बार यह संख्या 6 लाख का आंकड़ा पार करने की उम्मीद है, जिसके चलते खजराना गणेश मंदिर प्रबंधन समिति द्वारा तैयारी शुरू की गई है।
आज शाम 5 बजे मंदिर परिसर में होने वाली बैठक में कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी और मंदिर प्रशासक निगमायुक्त हर्षिका सिंह भी मौजूद रहेंगे, जिसमें भीड़ प्रबंधन, पार्किंग, यातायात से लेकर दर्शन व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिया जाएगा। इसी तरह बाबा महाकाल के दरबार में भी लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे। अभी पिछले हफ्ते ही तीन दिन शनिवार, रविवार और सोमवार को क्रिसमस की छुट्टी पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और तीन दिन में ही महाकाल की प्रसादी के 210 क्विंटल लड्डू खप गए, जिससे 85 लाख रुपए से अधिक की आय मंदिर प्रबंधन समिति को हुई, वहीं 250 रुपए की रसीद कटवाकर शीघ्र दर्शन करने वाले भी 7 हजार से अधिक रहे, जिससे डेढ़ करोड़ रुपए हासिल हुए हैं। तीन दिनों में ही साढ़े 12 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए और महाकाल लोक का भ्रमण करने भी बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। इंदौर, उज्जैन की अधिकांश होटलें भी इस दौरान बुक रही और रास्ते में भी वाहनों की भीड़ बड़ी संख्या में रही। अब 1 जनवरी को जो भीड़ महाकाल मंदिर में उमड़ेगी, उसके प्रबंधन की तैयारियां भी शुरू की जा रही हैं। गत वर्ष 7 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के दर्शन किए थे।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved