भोपाल (Bhopal)। ग्वालियर (resident of Gwalior) के रहने वाले योग गुरु प्रबल कुशवाह (Yoga guru Prabal Kushwaha) की चीन (China) में संदिग्ध हालात में मौत (Death under suspicious circumstances) हो गई। बताया जा रहा है कि उसका शव फंदे से लटका मिला। घटना हफ्तेभर पहले की है। बावजूद परिजनों को सही जानकारी नहीं मिल पा रही है। परिजनों ने शव भारत लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) , मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (Chief Minister Dr. Mohan Yadav) और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मदद की गुहार लगाई है।
वहीं, परिजनों ने आरोप लगाया है कि उसके साथियों ने उसे जहर देकर फांसी पर लटकाया है। परिजनों का कहना है कि प्रबल ने कुछ दिन पहले पैसों के लेन-देन को लेकर ऑनर और उसके बीच झगड़ा होना बताया था, जिसके बाद इस घटना का होना सुसाइड नहीं, बल्कि उसके ऑनरों द्वारा हत्या कर उसे फांसी पर लटका दिया गया।
ग्वालियर के माधौगंज थाना क्षेत्र के रॉक्सी पुल निवासी सुरेन्द्र कुशवाह टैक्सी चालक हैं। उनका इकलौता बेटा प्रबल कुशवाह पेशे से योग थेरिपिस्ट था। प्रबल के पिता सरेन्द्र कुशवाह ने मंगलवार को बताया कि फरवरी 2022 में प्रबल को चीन के बीजिंग से योग सेंटर में नौकरी के लिए ऑफर मिला था। इस ऑफर को अपने करियर का टर्निंग प्वाइंट मानकर प्रबल मार्च 2022 में एक चीनी युवती और एक अन्य मित्र के साथ वह चीन गया था। वह चीन में योग सिखाता था और प्रदर्शन भी करता था।
उन्होंने बताया कि गत 20 दिसंबर से उसका मोबाइल स्विच ऑफ बता रहा था। इसके बाद उन्होंने जब वहां के राजदूत से सम्पर्क साधा तो बताया गया कि उसकी मौत हो गई, साथ ही आत्महत्या की आशंका जताई है।
प्रबल के पिता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सहित केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को आवेदन भेजकर बेटे का शव भारत मंगवाने की गुहार लगाई है। इसके साथ ही परिजनों ने भारतीय दूतावास से प्रबल की मौत पर चीन सरकार से निष्पक्ष जांच कराने की मांग भी की है। युवक की मौत के बाद भारतीय दूतावास और मृतक के परिजनों के बीच सम्पर्क हुआ है, जिसमें दूतावास ने प्रबल का शव भारत आने के लिए 40 से 45 दिन का समय लगना बताया है।
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