नई दिल्ली: कर्नाटक में हिजाब का मुद्दा (Hijab issue in Karnataka) एक बार फिर से गरमा गया है. इस मुद्दे पर राज्य के राजनीतिक नेता आपस में बंट गए हैं. वहीं, सीएम सिद्धारमैया (CM Siddaramaiah) शनिवार को अपने बयान से पलट गए हैं. उन्होंने शनिवार को मीडिया से बातचीत करते हुए साफ किया है कि राज्य में हिजाब पर प्रतिबंध का आदेश अभी वापस नहीं लिया (Hijab ban order not withdrawn yet) गया है. उन्होंने कहा, ”मैंने किसी के सवाल का जवाब दिया था कि हमने हिजाब पर प्रतिबंध के आदेश को वापस लेने के बारे में सोचा है.” उन्होंने कहा कि सरकार इस पर चर्चा कर फैसला लेगी.
दूसरी ओर, मंत्री रामलिंगारेड्डी ने हिजाब प्रतिबंध आदेश वापस लेने को लेकर सीएम के बयान का बचाव किया. सीएम का स्टैंड मेरा स्टैंड है, उनका स्टैंड हमारा स्टैंड है. उन्होंने हमेशा कहा है कि हम सीएम सिद्धारमैया के पीछे हैं. दावणगेरे में मंत्री एसएस मल्लिकार्जुन ने कहा कि वह सीएम सिद्धारमैया के बयान का स्वागत करते हैं. सीएम ने जो कहा उसमें कुछ तो गड़बड़ है. उनके समुदाय की अपनी परंपरा है. हिजाब पर प्रतिबंध का आदेश वापस लेने को लेकर सीएम का बयान सही है. असदुद्दीन औवेसी ने सीएम के बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा कि आपको सत्ता में आए 6 महीने से ज्यादा हो गए हैं. मुस्लिम लड़कियों को शिक्षा का अधिकार होना चाहिए या नहीं, इसमें “चिंतन” करने की क्या बात है? यह स्पष्ट करने के लिए धन्यवाद है कि हिजाब पर प्रतिबंध अभी भी “धर्मनिरपेक्ष” कांग्रेस सरकार द्वारा लागू किया जा रहा है. जिन मुसलमानों ने आपको वोट दिया, वे बहुत खुश होंगे.
इससे पहले कर्नाटक में हिजाब पर लगे बैन को वापस लेने के सीएम सिद्धारमैया के बयान के बाद प्रदेश बीजेपी ने अपना गुस्सा जाहिर किया है. बीजेपी ने कहा है कि सिद्धारमैया की गारंटी सभी जातियों के बीच शांति के बगीचे में धर्म के जहरीले बीज बोने की है. प्रदेश बीजेपी ने कहा था कि उन्होंने हिजाब पर लगे बैन को वापस लेने की बात कही है और स्कूल-कॉलेजों में बच्चों की पढ़ाई एक समान हो, इसके लिए यूनिफॉर्म पॉलिसी लागू की गई है. इसे सर्वोच्च न्यायालय ने भी बरकरार रखा है. हालांकि, आरोप है कि सीएम सिद्धारमैया यूनिफॉर्म के मुद्दे पर स्कूली छात्रों के मन में मतभेद पैदा कर रहे हैं.
उन्होने कहा कि सिद्धारमैया पीएफआई के गुंडों और अल्पसंख्यकों को खुश करने के लिए वोट बैंक के लिए संविधान में ही संशोधन करने जा रहे हैं. उन्होंने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में जनता उन्हें सबक सिखाएगी. मांड्या में हिजाब वापस लाने के सीएम के बयान का पीईएस कॉलेज के मुस्लिम छात्रों ने स्वागत किया है. इस्लाम में हिजाब पहनने की शर्त है. तो हमें इसे पहनना ही पड़ेगा. वह हमारा अधिकार है. प्रतिबंध अतीत में एक समस्या थी. हम बिना हिजाब पहने बाहर नहीं जा सकते. कॉलेज नहीं आ सकता. मुझे फिर से अनुमति देने के लिए धन्यवाद.
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