नई दिल्ली: दिल्ली में कोरोना के नए वेरिएंट का खौफ नहीं है, बल्कि यहां बढ़ते प्रदूषण ने लोगों का डर बढ़ा दिया है. राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार सुबह वायु गुणवत्ता सूचकांक AQI ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज किया गया. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) ने यह जानकारी दी.
दिल्ली में AQI 447 दर्ज किया गया, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है. केंद्र ने दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में खराब होती वायु गुणवत्ता के बीच गैर जरूरी निर्माण कार्यों और BS-पेट्रोल एवं BS-चार डीजल चालित चार पहिया वाहनों पर प्रतिबंध लगाने का शुक्रवार को आदेश दिया था.
दिल्ली-NCR क्षेत्र में प्रदूषण से निपटने की रणनीति बनाने वाले वैधानिक निकाय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने एक आदेश जारी कर कहा है कि हवा की कम गति के साथ कोहरे और धुंध सहित मौसम संबंधी प्रतिकूल स्थितियां दिल्ली के दैनिक औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) में अचानक वृद्धि का प्रमुख कारण हैं.
CAQM ने चरणबद्ध प्रतिक्रिया कार्य योजना GRAP-3 के तहत प्रतिबंधों को फिर से लागू करते हुए दिल्ली-एनसीआर में गैर-जरूरी निर्माण कार्यों, पत्थर तोड़ने और खनन पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया है.
GRAP-3 के तहत दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर में बीएस-तीन पेट्रोल और बीएस-चार डीजल चालित चार पहिया वाहनों के संचालन पर भी प्रतिबंध लगाया गया है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, दिल्ली में सुबह न्यूनतम तापमान 9.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम के औसत से दो डिग्री अधिक है.
IMD ने दिन के दौरान मध्यम दर्जे का कोहरा छाए रहने का अनुमान जताया है. दिल्ली में अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है. राष्ट्रीय राजधानी में सुबह साढ़े आठ बजे सापेक्षिक आर्द्रता 97 प्रतिशत रही.
बता दें कि 0 से 50 के बीच AQI ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है.
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