इंदौर। इंदौर-अकोला नेशनल हाईवे पर मोरटक्का में नर्मदा नदी पर बनाए जा रहे विशाल सिक्स लेन ब्रिज का निर्माण पूरा करना बड़ी चुनौती बनता जा रहा है। मानसून सीजन में तो काम न के बराबर हुआ, लेकिन वर्तमान में नदी में ओंकारेश्वर बांध से अत्यधिक पानी छोडऩे के कारण बीते चार दिन से बांध का काम बंद है।
लगभग एक किलोमीटर लंबे इस ब्रिज के लगभग सभी पिलर बन चुके हैं और अब स्लैब डाली जा रही है। पहले नेशनल हाईवेज और बांध के कर्ताधर्ताओं में इस बात की सहमति बनी थी कि बांध से पानी छोडऩे के लिए दो टरबाइन चलाए जाएंगे, लेकिन चार दिन पहले अचानक आठ टरबाइन चालू होने से नदी में जलस्तर काफी बढ़ गया। इस वजह से काम रोकना पड़ा। प्रोजेक्ट को 2024 में हर हाल में पूरा होना है, जबकि जुलाई से सितंबर में फिर मानसून सीजन आने वाला है।
बह गया कॉपर डेम
प्रोजेक्ट डायरेक्टर सुमेश बांझल ने बताया कि नदी में पानी का जलस्तर बढऩे और बहाव तेज होने से काम के लिए बनाया गया कॉपर डेम बह गया। यह डेम नदी के बीच में बनाया जाता है, जिससे पानी को दूसरी तरफ डायवर्ट किया जाता है, ताकि कॉपर डेम के आसपास के भाग में काम हो सके। ओंकारेश्वर बांध से अतिरिक्त पानी छोड़े जाने की वजह से रेलवे अफसर भी परेशान हैं। इंदौर-खंडवा बड़ी लाइन प्रोजेक्ट के तहत बनाए जा रहे नए ब्रिज का काम भी बहुत धीमी गति से हो रहा है। तेज बहाव से पहले रेलवे का कॉपर डेम भी बह चुका है, जिससे काम बाधित होता है।
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