नई दिल्ली: संसद स्मोक कांड की जांच दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल कर रही है और लगातार नए खुलासे हो रहे हैं. पुलिस की गिरफ्त में मास्टरमाइंड ललित झा सहित 6 आरोपी हैं, जिनसे लगातार पूछताछ की जा रही है. दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, सभी आरोपियों के लिखित तौर पर बयान दर्ज किए गए हैं. उनसे अलग-अलग पूछताछ कर बयान रिकॉर्ड किए गए हैं. आरोपी बार-बार अपने बयानों को बदल रहे हैं, लेकिन अब स्पेशल सेल सभी के बयानों का मिलान करने की कोशिश कर रही है, जिससे पता चल सके कि कौन-कितना झूठ बोल रहा है.
स्पेशल सेल सूत्रों के मुताबिक, शुरुआती तौर पर बयानों में विरोधाभास लग रहा है इसलिए सभी के बयानों को मैच कराया जा रहा है, जिससे पता चल सके कि असली कहानी क्या है. इसके अलावा 2 से 3 आरोपी कट्टर विचारधारा से प्रेरित लग रहे हैं. हालांकि वो सोशल मीडिया से प्रेरित मालूम पड़े रहे हैं. उनको अपनी विचारधारा का इतिहास और उसकी असली जानकारी नहीं है. फिलहाल सभी से पूछताछ जारी है.
सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली पुलिस संसद की सुरक्षा में सेंध मामले में दर्ज एफआईआर में धारा 201-बी (साक्ष्य नष्ट करना/साक्ष्य गायब करना) जोड़ेगी. आरोपी ललित ने जानबूझकर और सोचे-समझकर चारों आरोपियों का फोन लिया था और उन्हेंराजस्थान के नागौर में जलाकर नष्ट किया गया.
नागौर जिले के एक सुनसान जंगली इलाके में फोन के जले हुए अवशेष मिले हैं, जिससे साफ है कि ललित ने सोच समझकर पूरी प्लानिंग के साथ फोन आग के हवाले किए, जिससे पुलिस को सबूत न मिल सकें. बता दें कि आरोपी सागर शर्मा और मनोरंजन डी विजिटर पास पर लोकसभा की पब्लिक गैलरी में पहुंचे थे. शून्यकाल के दौरान वे अचानक लोकसभा के चैंबर में कूद गए और जूते में स्मोक बम छिपा रखा था. उन्होंने पूरे सदन में धुआं-धुआं कर दिया था. इस दौरान उनकी सांसदों ने जमकर पिटाई कर दी थी और सुरक्षाबलों के हवाले कर दिया था. वहीं, संसद के बाहर प्रदर्शन कर रही नीलम (42) और अनमोल (25) को भी गिरफ्तार किया गया.
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