नई दिल्ली। लोकसभा (Lok Sabha) की सुरक्षा (Security) में बड़ी चूक (big mistake) का मामला सामने आया है। संसद के शीतकालीन सत्र (winter session of parliament) में 10वें दिन की कार्यवाही के दौरान जब सांसद शून्यकाल में लोकमहत्व के अविलम्बनीय मुद्दों पर अपनी बातें रख रहे थे, इसी दौरान दर्शकदीर्घा से दो शख्स बारी-बारी से सदन में कूदे। अफरा-तफरी मचने के कारण सदन की कार्यवाही दो बजे तक स्थगित करनी पड़ी। सदन में पीठासीन राजेंद्र अग्रवाल ने कार्यवाही को स्थगित करने की घोषणा की। दोपहर करीब 1.01 मिनट पर यह घटना हुई।
मीडिया में आई खबरों के अनुसार दो शख्स जब गैलरी से कूदे उसी समय सदन में धुआं भी उठा। अफरा-तफरी मचने के बाद सुरक्षाकर्मियों ने दोनों लोगों को पकड़ा। सांसदों ने बताया कि सबसे पहले खुद सांसदों ने दोनों लोगों को पकड़ा, उनकी पिटाई की गई। इसके बाद दोनों को सदन में मौजूद सुरक्षाकर्मियों के हवाले कर दिया गया। खास बात ये है कि आज ही संसद पर आतंकी हमले की 22वीं बरसी है। 21 साल पहले आतंकियों ने आज ही पुराने संसद भवन पर आतंकी हमला किया था।
घटना के बाद कई सांसदों ने संसद में इस घटना को सुरक्षा में बड़ी चूक बताते हुए सरकार से गंभीरता से कार्रवाई करने की अपील की। शिवसेना और बसपा सांसदों के अलावा कई और सांसदों ने भी संसद में हुई इस घटना की कड़ी निंदा की है।
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