1. विष्णु देव साय को CM बनाकर एमपी-राजस्थान के लिए बड़ा संकेत, भाजपा 2024 का बदल सकती है समीकरण
भाजपा (B J P)नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में आदिवासी समुदाय (tribal community)से आने वाले विष्णु देव साय (Vishnu Dev Sai)को मुख्यमंत्री बनकर भविष्य की रणनीति (strategy)के कई निशाने एक साथ साधने की कोशिश की है। पार्टी ने दो उपमुख्यमंत्री बनाकर सामाजिक और राजनीतिक संतुलन बनाने का भी काम किया है। पार्टी ने मध्य प्रदेश और राजस्थान के लिए भी संकेत दिए हैं। छत्तीसगढ़ में भाजपा ने सामाजिक राजनीतिक और पार्टी के अंदरूनी समीकरणों को पूरी तरह साधते हुए लोकसभा चुनाव की रणनीति को भी ध्यान में रखा है। यही वजह है कि आदिवासी वर्ग से आने वाले विष्णु देव साय को मुख्यमंत्री और उनके साथ ओबीसी समुदाय से आने वाले प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव को और सामान्य वर्ग के विजय शर्मा को उपमुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया है। छत्तीसगढ़ के बारे में जो रणनीति भाजपा नेतृत्व ने सामने रखी है, उससे मध्य प्रदेश और राजस्थान की गुत्थी भी सुलझने की पूरी-पूरी संभावना है। इन दोनों राज्यों में भी यही समीकरण अपनाए जा सकते हैं, ताकि पार्टी के सामाजिक, राजनीतिक और अंदरूनी समीकरणों को साधने के साथ लोकसभा चुनाव की रणनीति पर भी तेजी से अमल किया जा सके।
2. खालिस्तानी हरदीप सिंह निज्जर पर भारत ने नहीं भेजा कोई ‘गोपनीय मेमो’, दावों को फर्जी बताया
विदेश मंत्रालय (foreign Ministry)ने खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर (Hardeep Singh Nijjar)की हत्या के मामले में अपने वाणिज्य दूतावासों (embassies)को गुप्त संदेश भेजे जाने की बात से पूरी तरह इनकार किया। भारत ने उस मीडिया रिपोर्ट को रविवार को ‘फर्जी’ और ‘पूरी तरह से मनगढंत’ बताया, जिसमें दावा किया गया है कि हरदीप सिंह निज्जर समेत कुछ सिख अलगाववादियों के खिलाफ ‘सख्त’ कदम उठाने के बारे में नई दिल्ली ने अप्रैल में एक ‘गोपनीय मेमो’ जारी किया था। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि यह खबर भारत के खिलाफ ‘निरंतर दुष्प्रचार अभियान’ का हिस्सा है और जिस संस्थान ने यह खबर दी है वह पाकिस्तानी खुफिया एंजेसी के ‘फर्जी विमर्शों’ का प्रचार करने के लिए जाना जाता है। ऑनलाइन अमेरिकी मीडिया संस्थान ‘द इंटरसेप्ट’ ने खबर जारी की। बागची ने कहा, ‘हम दृढ़ता से कहते हैं कि इस प्रकार की खबरें फर्जी और पूरी तरह से मनगढ़ंत हैं। ऐसा कोई मेमो नहीं है।’
3. कांग्रेस सांसद धीरज साहू के पास से 353 करोड़ नकदी का खजाना, पूरी हुई काउंटिंग; बीजेपी हमलावर
कांग्रेस सांसद धीरज साहू (Congress MP Dheeraj Sahu)से जुड़े ठिकानों से इनकम टैक्स (Income Tax)की रेड (Red)में कुल 353 करोड़ रुपये की नकदी (cash)मिली है। इन रुपयों को गिनने के लिए कुल पांच दिन लग गए। रविवार रात यह काउंटिंग पूरी हुई। इस दौरान, आईटी के कई अधिकारी और बैंक कर्मचारियों ने घंटों बैठकर नोटों की गड्डियां गिनीं। टैक्स चोरी के आरोप में ओडिशा सहित तीन राज्यों में डिस्टिलरी समूह पर आयकर ने पांच दिन पहले छापेमारी शुरू की थी। इतिहास में देश में अब तक की सबसे अधिक नकदी जब्ती है। करोड़ों रुपयों के मिलने के बाद कांग्रेस पर बीजेपी हमलावर हो गई है। कई जगह प्रदर्शन करके विरोध जता रही है। रविवार रात तक, बोलांगीर, टिटलागढ़ और संबलपुर में भारतीय स्टेट बैंक की तीन शाखाओं के बैंक अधिकारियों ने 3 दर्जन से अधिक गिनती मशीनों और 80 अधिकारियों को तैनात करके लगभग 353 करोड़ रुपये की गिनती की थी। एसबीआई बोलांगीर के क्षेत्रीय प्रबंधक भगत बेहरा ने कहा, “पिछले 3 दिनों में कर्मचारियों ने जितनी नकदी गिनती की है, वह एक साल में की गई नकदी से कहीं अधिक है। 100, 200 और 500 रुपये के नोटों के 176 बैग थे, जिन्हें दो दिन पहले बोलांगीर शहर के सुदापाड़ा इलाके में शराब कंपनी के कार्यालय से बोलांगीर की एसबीआई मुख्य शाखा में लाया गया था। कर्मचारी थकान और मशीन की खराबी से जूझ रहे थे। शौचालय अवकाश को छोड़कर पूरे दिन और रात गिनती में व्यस्त रहे हैं।
4. कुमारस्वामी का चौंकाने वाला दावा, बोले- कभी भी गिर सकती है कर्नाटक में कांग्रेस सरकार
जनता दल (सेक्युलर) के नेता एचडी कुमारस्वामी (Janata Dal (Secular) leader HD Kumaraswamy) के रविवार को एक चौंकाने वाला दावा (shocking claim) सामने आया है। उनका कहना है कि कर्नाटक (Karnataka) में कांग्रेस सरकार (Congress government) कभी भी गिर सकती है। कुमारस्वामी ने कहा कि केंद्र द्वारा शुरू की गई कानूनी परेशानियों से बचने के लिए सत्तारूढ़ कांग्रेस के एक प्रभावशाली मंत्री भाजपा में शामिल होने पर विचार कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि मंत्री ‘50 से 60 विधायकों’ के साथ कांग्रेस पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो सकते हैं। इसके लिए वह भाजपा के नेताओं के साथ बातचीत कर रहे हैं। जेडीएस नेता ने पत्रकारों से कहा कि कांग्रेस सरकार में सब कुछ ठीक नहीं है। उन्हें नहीं पता कि यह सरकार कब गिर जाएगी। एक मंत्री अपने खिलाफ दर्ज मामलों से बचने के लिए बेताब हैं।
5. Article 370 पर आया सुप्रीम कोर्ट का फैसला, जानें क्या बोले-याचिकाकर्ता, सरकार ने दिए कौन से तर्क
जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) से अनुच्छेद 370 (Article 370) को हटाने के केंद्र सरकार (Central government) के निर्णय पर आज सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ (Constitution Bench of Supreme Court) ने अपना फैसला दे दिया है। कोर्ट ने कहा है कि 5 अगस्त 2019 का निर्णय वैध था और यह जम्मू कश्मीर (Jammu and Kashmir) के एकीकरण के लिए था। इससे पहले 16 दिन तक चली सुनवाई में याचिकाकर्ताओं ने 5 अगस्त 2019 के इस फैसले को गलत बताते हुए कई तर्क पेश किए। वहीं, केंद्र सरकार ने भी सुप्रीम कोर्ट में अपने फैसले के समर्थन में संविधान से लेकर कश्मीर के इतिहास तक का जिक्र किया। इस पर सुप्रीम कोर्ट की चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पांच वरिष्ठ जजों- जस्टिस संजय किशन कौल, जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस सूर्यकांत की बेंच ने 5 सितंबर को ही अपना फैसला सुरक्षित रख लिया।
6. मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री होंगे मोहन यादव
मोहन यादव को मध्य प्रदेश का नया मुख्यमंत्री बनाया गया (Mohan Yadav new Chief Minister of Madhya Pradesh) है। डॉ. मोहन यादव (Mohan Yadav) उज्जैन दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र से मध्य प्रदेश विधान सभा के सदस्य हैं। वह 2013 में पहली बार उज्जैन दक्षिण सीट से विधायक बने। 2018 के मध्य प्रदेश विधान सभा चुनाव में वह एक बार फिर निर्वाचित हुए और उज्जैन दक्षिण सीट से विधायक बने। 2 जुलाई 2020 को उन्होंने श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। मध्य प्रदेश के नए सीएम मोहन यादव होंगे, सोमवार को विधायक दल की बैठक में उज्जैन दक्षिण से विधायक मोहन यादव के नाम का ऐलान किया गया. इससे पहले मध्य प्रदेश सीएम का नाम तय करने के लिए पर्यवेक्षकों ने भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से बात की. इसके बाद पर्यवेक्षक हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर, भाजपा सांसद के लक्ष्मण और पार्टी नेता आशा लकड़ा ने भोपाल स्थिज राज्य मुख्यालय में विधायकों के साथ बैठक की. इसी में सीएम के नाम पर मुहर लगी.
7. जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला बने MP के डिप्टी सीएम, नरेंद्र सिंह तोमर होंगे स्पीकर
मध्यप्रदेश के अगले मुख्यमंत्री मोहन यादव (Mohan Yadav, next Chief Minister of Madhya Pradesh) होंगे. मोहन यादव उज्जैन दक्षिण से विधायक हैं. भोपाल स्थित BJP के प्रदेश कार्यालय में पार्टी के विधायक दल की बैठक में उनके नाम पर मुहर लगी है. मोहन यादव ओबीसी वर्ग से आते हैं. मध्यप्रदेश में दो डिप्टी सीएम बनाये गए है. जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला मध्यप्रदेश के डिप्टी सीएम बने है वहीं नरेंद्र सिंह तोमर स्पीकर होंगे. मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री की कुर्सी कौन संभालेगा, इसे लेकर कई दिनों से जारी सस्पेंस आज खत्म हो गया. विधायक दल की बैठक में मोहन यादव के नाम पर सहमति बन गई है. मोहन यादव उज्जैन दक्षिण से विधायक हैं. मोहन यादव को संघ का करीबी बताया जाता है. जानकारी के मुताबिक शिवराज सिंह चौहान ने ही मोहन यादव के नाम का प्रस्ताव विधायक दल की बैठक में किया था. इस ऐलान के साथ ही सभी कयासों पर विराम लग गया है. अब सूबे की कमान मोहन यादव के हाथों में होगी.
छत्तीसगढ़ के बाद अब मध्यप्रदेश (After Chhattisgarh now Madhya Pradesh) को भी नया मुख्यमंत्री (MP New CM) मिल गया है. उज्जैन दक्षिण से भाजपा विधायक डॉक्टर मोहन यादव (Dr Mohan Yadav) राज्य के MP के नए सीएम होंगे. बीएससी, एलएलबी और पीएचडी की डिग्री (BSc, LLB and PhD degree) हासिल कर चुके मोहन यादव शिवराज सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री (Higher Education Minister in Shivraj Government) रहे हैं. नेटवर्थ की बात करें तो इनके पास करोड़ों की संपत्ति है. विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने चुनाव आयोग में दिए गए हलफनामे में इसका खुलासा किया था. विधानसभा चुनाव 2023 में 58 साल के डॉक्टर मोहन यादव ने उज्जैन दक्षिण सीट से भाजपा के टिकट पर 95,699 वोट हासिल करते हुए अपने प्रतिद्वंदी कांग्रेस से चेतन प्रेमनारायण यादव को 12,941 वोटों से हराया था. Myneta.com के मुताबिक, मध्य प्रदेश के नए सीएम के पास कुल 42 करोड़ रुपये की संपत्ति (Mohan Yadav Networth) है. जबकि उनके ऊपर देनदारी की बात करें तो ये करीब 9 करोड़ रुपये है. MP के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव की गिनती राज्य के अमीर नेताओं में की जाती है, इससे पहले मध्यप्रदेश में 2018 के हुए विधानसभा चुनाव के लिए अधिकतम संपत्ति घोषित करने वाले एमपी के टॉप-3 मंत्रियों में पहले नंबर पर भूपेंद्र सिंह और दूसरे नंबर पर मोहन यादव का नाम था.
9. शिवराज सिंह चौहान ने राज्यपाल मंगुभाई पटेल को सौंपा इस्तीफा
शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया (submitted resignation to the Governor)। मोहन यादव को नया सीएम चुने जाने के बाद शिवराज ने राज्यपाल से मुलाकात की और अपना इस्तीफा सौंप दिया। मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री को लेकर जारी सस्पेंस खत्म हो गया है। BJP ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के लिए डॉ. मोहन यादव के नाम को फाइनल (Dr. Mohan Yadav’s name finalized) किया है। MP में यादव समाज से दूसरी बार कोई मुख्यमंत्री बना है। मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाने की घोषणा के साथ-साथ प्रदेश के दो उपमुख्यमंत्री के नामों का भी ऐलान किया गया है। जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला को डिप्टी CM बनाया गया है, जबकि नरेंद्र सिंह तोमर को स्पीकर की जिम्मेदारी सौंपी गई है। डॉ. मोहन यादव मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री होंगे। MP विधानसभा चुनाव 2023 में उन्होंने दक्षिण विधानसभा सीट से चेतन प्रेमनारायण यादव के खिलाफ चुनाव लड़ा और भारी मतों से जीत हासिल की है। वे 2013 में पहली बार विधायक बने थे। इस बार वो तीसरी बार चुनाव जीते। इससे पहले वो शिवराज सरकार में कैबिनेट मंत्री भी थे। उन्होंने छात्र राजनीति से अपने करियर की शुरुआत की थी।
10. जल्द सस्ता हो सकता है पेट्रोल-डीजल, लोकसभा चुनाव से पहले सरकार ने शुरू की तैयारी
पेट्रोल और डीजल की कीमताें (Petrol and diesel prices) में 20 महीनों से कोई बदलाव नहीं हुआ है. अब जो रिपोर्ट सामने आई है, उससे लग रहा है कि फ्यूल के दाम में जल्द कटौती देखने को मिल सकती है. रिपोर्ट के अनुसार, सरकार ने 2024 के लोकसभा चुनाव (2024 Lok Sabha elections) से पहले वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों में नरमी (Global crude oil prices soften) का लाभ कंज्यूमर्स तक पहुंचाने के तरीकों पर चर्चा शुरू कर दी है. 2022 में पेट्रोल पर 17 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर 35 रुपए प्रति लीटर के नुकसान के बाद, अब ओएमसी पेट्रोल पर 8-10 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर 3-4 रुपए प्रति लीटर का प्रॉफिट कमा रही हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, तेल मंत्रालय पहले ही ओएमसी के साथ कच्चे तेल और रिटेल प्राइस को लेकर चर्चा कर चुका है. रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि चूंकि ऑयल मार्केटिंग कंपनियां (ओएमसी) अब मुनाफा कमा रही हैं, इसलिए सरकार ने लोगों को कुछ राहत देने के लिए इस मामले पर चर्चा शुरू कर दी है. वित्त मंत्रालय और तेल मंत्रालय मौजूदा कच्चे तेल की कीमत पर विचार कर रहे हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि ओएमसी प्रोफिटेबिलिटी के अलावा, वे ग्लोबल फैक्टर्स पर भी चर्चा कर रहे हैं.
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