नई दिल्ली: बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती (Bahujan Samaj Party chief Mayawati) ने भतीजे आकाश आनंद (Nephew Akash Anand) को अपना उत्तराधिकारी घोषित (declared successor) कर दिया है. वह मायावती के छोटे भाई आनंद कुमार के बेटे हैं. आकाश आनंद (Akash Anand) बसपा की राजनीतिक गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल रहे हैं और फिलहाल वह पार्टी के राष्ट्रीय समन्वयक के पद पर हैं. उन्हें पहले से ही मायावती का उत्तराधिकारी (Mayawati’s successor) माना जा रहा था.
हाल के वर्षों में, आकाश आनंद ने बहुजन समाज पार्टी के भीतर अपनी गतिविधियां बढ़ाई हैं और चुनावों में प्रमुख भूमिका निभाई है. वह राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना जैसे चुनावी राज्यों में पार्टी की कमान संभाल रहे थे, जहां पार्टी के वोट शेयर में गिरावट देखी गई है. उन्हें इन राज्यों में पार्टी की मौजूदगी और प्रदर्शन को मजबूत करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी.
आकाश आनंद पार्टी की बैठकों, यात्राओं और रैलियों में सक्रिय रूप से देखे गए हैं. पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते रहे हैं और युवा मतदाताओं को एकजुट करते रहे हैं. बीएसपी के भीतर बीते कुछ सालों में उनकी भरपूर मौजूदगी देखी गई है, जहां वह मायावती और पार्टी के अन्य वरिष्ठ सदस्यों के साथ देखे गए. आकाश को 2019 में बसपा का राष्ट्रीय समन्वयक बनाया गया था जब मायावती ने समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन तोड़ने के बाद पार्टी संगठन में फेरबदल किए थे.
27 वर्षीय आकाश मायावती के छोटे भाई आनंद कुमार के बेटे हैं, जिन्हें सुप्रीमो ने बड़े बदलाव में बसपा का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी बनाया था. आकाश आनंद की राजनीतिक शुरुआत तब हुई जब उन्हें दलित-ठाकुर संघर्ष के बाद सहारनपुर दौरे पर मायावती के साथ देखा गया था. आकाश और पिता आनंद को 2017 में मेरठ में एक रैली के दौरान मायावती ने बसपा कार्यकर्ताओं से मिलवाया था. आकाश को मायावती के ट्विटर लॉन्च का श्रेय दिया गया था और वह बसपा-सपा के बाद 2019 में लोकसभा चुनावों के दौरान नजर आए.
आकाश आनंद की बढ़ती प्रोफाइल और राजनीतिक सक्रियता ने बीएसपी की रणनीति में बदलाव ला दिया है. ऐतिहासिक रूप से, मायावती के नेतृत्व में बसपा ने सड़क पर विरोध प्रदर्शनों के बजाय संगठनात्मक मामलों पर अधिक ध्यान केंद्रित किया है. सार्वजनिक कार्यक्रमों और राजनीतिक प्रचार में आकाश की सक्रिय भागीदारी पार्टी के रुख में बदलाव का संकेत देती हैं.
आकाश पहली बार 2017 की शुरुआत में लंदन से लौटने के बाद लोगों की नजर में आए, जहां उन्होंने एमबीए की डिग्री हासिल की थी. वह सबसे पहली बार मायावती के जन्मदिन पर देखे गए, और बाद में पार्टी प्रमुख मायावती ने उनके बसपा के “आंदोलन” में शामिल होने का ऐलान किया था. एमबीए के लिए लंदन जाने से पहले आकाश ने दिल्ली के स्कूल में पढ़ाई की. वह मायावती के छोटे भाई की तीन संतानों में सबसे बड़े हैं. साथ ही बता दें कि आकाश आनंद की शादी पूर्व बीएसपी सांसद डॉक्टर अशोक सिद्धार्थ की बेटी डॉ. प्रज्ञा सिद्धार्थ से हुई है.
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