काठमांडू (Kathmandu)। नेपाल सरकार (Government of Nepal) द्वारा चीनी एप टिकटॉक (Chinese app TikTok) पर प्रतिबंध (Ban) लगाने पर नेपाल स्थित चीन के राजदूत ने आपत्ति (China’s ambassador objected) जताई है। जवाब में नेपाल के प्रधानमंत्री ने कहा कि टिकटॉक पर लगे प्रतिबन्ध पर पुनर्विचार किया जा सकता है।
प्रधानमंत्री पुष्पकमल दाहाल प्रचण्ड (Prime Minister Pushpa Kamal Dahal Prachanda) से काठमांडू स्थित चीन के राजदूत छन् सोंग ने मुलाकात कर टिकटॉक एप पर नेपाल सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबन्ध पर अपनी आपत्ति दर्ज की थी। नेपाल की मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चीनी राजदूत ने प्रधानमंत्री प्रचण्ड पर भूराजनीतिक दबाब में टिकटॉक पर प्रतिबन्ध लगाए जाने पर अपनी नाराजगी व्यक्त की थी।
हालांकि प्रधानमंत्री ने टिकटॉक पर प्रतिबन्ध लगाने के पीछे किसी तीसरे देश का दबाब या भूराजनीतिक कारणों से इनकार किया है। आज अपने निवास पर विभिन्न मीडिया के सम्पादकों से बातचीत में खुद प्रधानमंत्री ने इसका खुलासा भी किया। प्रचण्ड ने कहा है कि बाहर में जिस तरह से किसी अन्य के दबाव में टिकटॉक पर प्रतिबन्ध लगाए जाने को लेकर भ्रम फैलाया गया उसमें कोई सच्चाई नहीं है। उन्होंने कहा कि देश की सामाजिक, पारिवारिक मूल्य मान्यताओं पर नकारात्मक असर पडने की वजह से इस पर प्रतिबन्ध लगाया गया था।
पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री प्रचण्ड ने कहा कि टिकटॉक पर हमेशा के लिए प्रतिबन्ध नहीं लगाया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि टिकटॉक पर लगे प्रबन्ध को लेकर पुनर्विचार किया जा रहा है। प्रधानमंत्री प्रचण्ड ने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार का उद्देश्य टिकटॉक को नियमन करने का है। साथ ही उनका यह भी स्पष्ट किया कि सरकार का उद्देश्य अन्य किसी भी सोशल मीडिया पर प्रतिबंध करने का नहीं है।
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