उज्जैन। महाकाल लोक बनने के बाद इसकी ख्याति विश्वभर में हुई है और महाकाल की नगरी को विश्वभर में पहचान भी मिली है। उज्जैन के साहित्यकार संतोष सुपेकर ने प्रधानमंत्री और देश के वित्त मंत्री से महाकाल लोक का चित्र भारतीय मुद्रा पर प्रकाशित करने के लिए एक पत्र लिखा है।
शहर के साहित्यकार संतोष सुपेकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को महालोक के चित्र को भारतीय मुद्रा पर प्रकाशित करने के लिए एक पत्र लिखा है। इस पत्र के बाद वित्त मंत्रालय ने रिजर्व बैंक को महालोक को भारतीय मुद्रा पर प्रकाशित करने पर विचार करने के लिए कहा है। यह पत्र उज्जैन के साहित्यकार द्वारा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को लिखे पत्र के जवाब में लिखा गया है।
गत वर्ष 11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री ने उज्जैन में महालोक का शुभारंभ किया था। इसके बाद वैश्विक स्तर पर इसकी ख्याति पहुंची। देश-विदेश से लोग महालोक को देखने, महाकाल दर्शन के लिए उज्जैन पहुंचने लगे। साहित्यकार श्री संतोष सुपेकर ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को महालोक को भारतीय मुद्रा पर प्रकाशित करने के लिए एक पत्र लिखा। इस पर वित्त मंत्रालय ने रिजर्व बैंक को श्री महाकाल महालोक को भारतीय मुद्रा पर प्रकाशित करने पर विचार करने के लिए कहा है। इसके अतिरिक्त श्री सुपेकर ने केंद्रीय संचारमंत्री अश्विनी वैष्णव को भी पत्र लिखकर डाक टिकट पर भी श्री महाकाल महालोक की छवि अंकित करने की मांग की है। साहित्यकार सुपेकर द्वारा लिखे गए पत्र के जवाब में देश के वित्त मंत्रालय और रिजर्व बैंक आफ इंडिया की तरफ से भी पत्र आया है।
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