नई दिल्ली (New Delhi) । दुनिया के सबसे बड़े अरबपति निवेशक वॉरेन बफेट (warren buffett) ने Paytm की पैरेंट कंपनी- वन 97 कम्युनिकेशंस में अपनी पूरी हिस्सेदारी (equity) बेच दी है। वॉरेन बफेट की कंपनी बर्कशायर हैथवे ने पांच साल पहले 2018 में Paytm में 2200 करोड़ रुपये का निवेश किया था। इसके जरिए बफेट ने Paytm में 2.6% हिस्सेदारी खरीदी। जब ये डील हुई तब फिनटेक फर्म Paytm का वैल्यू 10 बिलियन डॉलर से अधिक था। हालांकि, Paytm पर दांव लगाना वॉरेन बफेट के लिए नुकसान का सौदा साबित हुआ और इस अवधि में घाटा 630 करोड़ रुपये का रहा।
आईपीओ में भी बेची थी हिस्सेदारी
Paytm की पैरेंट कंपनी- वन 97 कम्युनिकेशंस के रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस के मुताबिक बर्कशायर ने कंपनी के 17,027,130 शेयर हासिल किए थे और अधिग्रहण की औसत लागत 1,279.70 रुपये प्रति शेयर थी। इसके बाद बर्कशायर ने साल 2021 में वन 97 कम्युनिकेशंस के आईपीओ में अपनी हिस्सेदारी का एक हिस्सा बेच दिया। अब बर्कशायर हैथवे ने अपने सहयोगी बीएच इंटरनेशनल होल्डिंग्स के माध्यम से Paytm में बचे हुए 15,623,529 शेयरों की पूरी हिस्सेदारी 877.2 रुपये प्रति शेयर पर बेच दी।
बायबैक के बाद बढ़ी शेयरों की संख्या
बता दें कि इस साल फरवरी महीने में वन97 कम्युनिकेशंस ने शेयर बायबैक प्रोग्राम को लॉन्च किया था। इस प्रोग्राम में कंपनी ने 546 रुपये प्रति शेयर की औसत कीमत पर 1.55 करोड़ से अधिक शेयरों की बायबैक की। यह कुल मिलाकर लगभग 850 करोड़ रुपये का प्रोग्राम था। इस बायबैक के बाद से पेटीएम की पैरेंट कंपनी के शेयरों में 68% की बढ़ोतरी हुई है और 20 अक्टूबर को यह 21 महीनों में अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया।
शेयर में गिरावट, नुकसान में निवेशक: इस बीच, शुक्रवार को पेटीएम के शेयर में 3 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई। सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शेयर की क्लोजिंग 3.23% नुकसान के साथ 893 रुपये पर हुई। बता दें कि साल 2021 में कंपनी का आईपीओ आया था। इस आईपीओ का इश्यू प्राइस 2150 रुपये था। कंपनी के शेयर लिस्टिंग के बाद अब तक इश्यू प्राइस के नजदीक भी नहीं जा सके हैं। कहने का मतलब है कि सिर्फ बर्कशायर के मालिक वफेट को ही नहीं, आईपीओ पर दांव लगाने वाले निवेशकों को भी भारी-भरकम नुकसान हुआ है।
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