अयोध्या। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा (Ramlala’s life prestige) 22 जनवरी को होगी। इसके बाद भी 48 दिनों तक रामलला के दरबार में अनुष्ठान (Ceremony at the court of Ramlala) होगा। इस अनुष्ठान को मंडलोत्सव (Mandalotsavam) का नाम दिया गया है। इस अनुष्ठान में एक किलो के चांदी के कलश से हर रोज भगवान का अभिषेक (God’s anointing every day) किया जाएगा। इस अनुष्ठान का यजमान (host of ritual) बनने के लिए एप पर आवेदन किया जा सकता है। जो यजमान बनने की शर्तें पूरी करता होगा, उसे रामलला की सेवा का मौका प्रदान किया जाएगा।
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य जगद्गुरु विश्वेश प्रसन्न तीर्थ ने बताया कि यह अनुष्ठान 23 जनवरी से शुरू होगा। लगातार 40 दिनों तक चांदी के कलश से भगवान का अभिषेक किया जाएगा। अनुष्ठान के अंतिम पांच दिनों सहस्त्र कलशाभिषेक होगा। इस अनुष्ठान के लिए श्रीराम सेवा नाम का एक एप बनाया जा रहा है, जिसका उद्घाटन एक दिसंबर को किया जाएगा। इस एप के जरिये अनुष्ठान में सेवा देने के लिए आवेदन किया जा सकेगा।
बताया कि आवेदन करने के लिए जो शर्तें निर्धारित की गई हैं, उनमें यजमान ऐसा होना चाहिए जो बड़े स्तर पर समाजसेवा के कार्य कर रहा हो। जैसे गरीब बच्चों की पढ़ाई, गरीबों के लिए आवास बनवाना, सैकड़ों गायों की गोशाला बनाकर सेवा करना, गरीबों के लिए निशुल्क अस्पताल बनाकर सेवा करने वाले आवेदन कर सकेंगे। इनके पास सेवा कार्यों का सर्टिफिकेट भी होना जरूरी है। जो इन शर्तों को पूरा करते हुए एक किलो चांदी से निर्मित कलश लेकर आएगा उसे सेवा का मौका दिया जाएगा। पूजन के बाद उसे यह चांदी का कलश प्रसाद स्वरूप अर्पित किया जाएगा।
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