लखनऊ । यूपी के मुख्यमंत्री (Chief Minister of UP) योगी आदित्यनाथ (Yogi Aadityanath) ने छठ महापर्व (Chhath Mahaparva) को ‘स्वच्छता और सुरक्षा’ के मानक पर्व के रूप में (As A Standard Festival of ‘Cleanliness and Safety’) आयोजित करने के (To Organize) निर्देश दिए (Gave Instructions) । उन्होंने इसके लिए सभी आवश्यक प्रबंध करने के भी निर्देश दिए हैं।
शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि छठ महापर्व पर पूजा, अनुष्ठान के दौरान पूरे प्रदेश में स्वच्छ्ता का माहौल हो, इसके लिए नगर विकास और पंचायती राज विभाग द्वारा विशेष प्रयास किये जायें। लोगों की आस्था का यथोचित सम्मान करते हुए यह सुनिश्चित किया जाए कि नदियां और जलाशय दूषित न हों। लोगों को सिंगल यूज प्लास्टिक प्रयोग नहीं करने के लिए जागरूक करें। उगते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए रात्रि 1-2 बजे से ही श्रद्धालुओं, व्रतियों का आवागमन प्रारंभ हो जाता है, ऐसे में हर जगह समुचित प्रकाश व्यवस्था कराई जाए।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में छठ के बीच स्वच्छ्ता के दृष्टिगगत ‘स्वच्छ घाट’ प्रतियोगिता भी कराई जानी चाहिए। पर्व पर आतिशबाजी की परंपरा है, ऐसे में यह ध्यान रखें कि भीड़ भाड़ के बीच आतिशबाजी न हो। सुरक्षा के दृष्टिगत सादी वर्दी में पुलिसकर्मियों की तैनाती भी की जाए। इस अवसर पर बिजली की निर्बाध आपूर्ति होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने लखनऊ की दैनिक सफाई व्यवस्था की समीक्षा भी की और निर्देश दिए कि राजधानी को उसकी गरिमा के अनुरूप स्वच्छ रखा जाना चाहिए। सफाईकर्मियों का भुगतान समय पर हो जाए। जी-20 और जीआईएस के समय जिस प्रकार पूरे महानगर की सजावट की गई थी, उसे स्थायी रूप देने की आवश्यकता है। राजधानी के सभी प्रवेश पॉइंट्स सजाए जाएं।
नगरों में ट्रैफिक प्रबंधन पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री ने ई-रिक्शा, थ्री-व्हीलर के लिए रूट तय करने के निर्देश देते हुए कहा कि यह सुनिश्चित करें कि कहीं भी कोई नाबालिग बच्चा ई-रिक्शा न चलाए। अवैध टैक्सी स्टैंड किसी भी दशा में संचालित न होने पाएं। उन्होंने कहा कि राजधानी की लाइफलाइन ‘शहीद पथ’ को सीसीटीवी से कवर किया जाए।
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