उत्तरकाशी । गंगोत्री धाम के कपाट (The Doors of Gangotri Dham) आज से (From Today) शीतकाल के लिए (For Winter) बंद हो गए (Are Closed) । चारधाम यात्रा का मंगलवार से समापन होना शुरू हो गया । चारों धाम के कपाट बंद होने की शुरुआत हो गई । सबसे पहले गंगोत्री धाम के कपाट आज बंद हुए । इसके बाद यमुनोत्री, फिर केदारनाथ और अंत में बदरीनाथ के कपाट बंद होंगे।
मंगलवार को अन्नकूट के पर्व और अभिजीत मुहूर्त पर सुबह 11 बजकर 45 मिनट पर गंगोत्री धाम के कपाट बंद हो गए । इस दौरान विधिवत पूजा अर्चना की गई, जिसके बाद मां गंगा की डोली शीतकाल के लिए मुखबा के लिए रवाना हुई । कपाट बंद होने के बाद 6 महीने तक मां गंगा के मुखबा में दर्शन होंगे। इसके बाद बुधवार को यमुनोत्री धाम और केदारनाथ धाम के कपाट बंद होंगे।
यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होने के बाद मां यमुना के दर्शन खरसाली में होंगे। इसके बाद बाबा केदारनाथ के कपाट बंद होने के बाद शीतकाल में बाबा केदार के दर्शन उखीमठ में होंगे। केदारनाथ धाम यात्रा में संचालित हेली सेवाएं भी 14 नवंबर यानि आज तक अपनी सेवाएं जारी रखे हुए हैं। इस साल हेली सेवाओं से रिकार्ड तीर्थयात्री बाबा केदार के दर्शनों के लिए पहुंचे।
सोमवार को केदारनाथ धाम में 1510 भक्तों ने बाबा केदार के दर्शन किए। जबकि अब तक बाबा केदार के दरबार में 19 लाख 55 हजार 415 श्रद्धालु बाबा के दर्शन कर चुके हैं। इसके बाद चारधामों में सबसे आखिर में 18 नवंबर को बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होंगे। इसके बाद शीतकाल में भगवान बद्री विशाल के दर्शन जोशीमठ में होंगे। और इसके साथ ही साल 2023 के लिए चारधाम यात्रा का समापन हो जाएगा।
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