गुरुग्राम: आपने कभी सुना है कि जज साहब अपना फैसला सुना रहे हों और उनके सामने ही बदमाश कटघरे से निकल कर फरार हो जाए, यदि नहीं तो सुन लीजिए. ऐसा हुआ है राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे गुरुग्राम की कोर्ट से. यह बदमाश उस समय फरार हुआ, जब कोर्ट के अंदर और बाहर हाई सिक्योरिटी का इंतजाम किया गया था. यह बदमाश कोई और नहीं, गुरुग्राम के कुख्यात गैंगस्टर राकेश हयातपुर का भाई मुकेश है. उसके साथ उसका साथी अमित भी फरार हुआ है.
इन दोनों बदमाशों ने लेनदेन के विवाद में साल 2021 में एक हत्या को अंजाम दिया था. इस मामले में यह दोनों बदमाश गिरफ्तार होकर जेल में बंद थे. जानकारी के मुताबिक 7 नवंबर को अदालत में इस हत्याकांड पर कोर्ट का फैसला आना था. कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने कड़ी सुरक्षा के बीच इन दोनों बदमाशों को कोर्ट में पेश किया, जहां अदालत ने पहले इन्हें दोषी करार दिया और फैसला सुना ही रहे थे कि यह दोनों बदमाश कटघरे से निकले और मौके से फरार हो गए. इससे कोर्ट रूम में हड़कंप मच गया. वहीं इस बदमाश की सुरक्षा में खड़े पुलिसकर्मी भी हैरान रह गए.
कोर्ट ने भी तत्काल एक्शन लेते हुए पुलिस सुरक्षा पर सवाल उठाया और जल्द से जल्द दोनों बदमाशों को अरेस्ट कर अदालत में पेश करने को कहा. केस डायरी के मुताबिक इस हत्याकांड में मुकेश हयातपुर और उसके साथियों ने खेड़कीदौला थाना क्षेत्र में हरगोविंद नामक युवक की हत्या की थी. इस मामले में अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश की कोर्ट ने 6 आरोपियों को दोषी करार दिया था. इनमें से मुकेश समेत चार आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी. इस मामले में मुकेश और अमित के अलावा प्रमोद, राहुल, मनोज व राहुल भी आरोपी हैं.
मामले की सुनवाई एडिशनल सेशन जज तरुण सिंगल की कोर्ट में हो रही थी. इन दो बदमाशों की फरारी के बाद कोर्ट ने बाकी बचे आरोपियों प्रमोद, राहुल, मनोज व राहुल को उम्रकैद की सजा सुनाई है. पुलिस में दर्ज रिपोर्ट के मुताबिक सिकंदरपुर बढ़ा गांव निवासी महिला पूजा ने शिकायत दर्ज कराई थी. उसने बताया था कि उसके पति पति हरगोविंद की हत्या हुई है. वारदात के वक्त वह अपने दोस्त रेवाड़ी के रहने वाले संदीप के साथ कार में सवार होकर घर लौट रहे थे. पूजा ने बताया कि फार्च्यूनर में सवार होकर आए बदमाशों ने सेक्टर-86 में उसके पति की गाड़ी रोककर इस वारदात को अंजाम दिया.
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