जेरुसलम (Jerusalem)। इस्राइल और हमास (Israel Hamas War) के बीच एक महीने से अधिक समय से युद्ध जारी है। युद्ध में अब तक 11 हजार से अधिक लोगों की मौत (More than 11 thousand people died) हो चुकी है। इस बीच गाजा के सबसे बड़े अस्पताल के पास इस्राइली सैनिकों (Israeli soldiers) और हमास के आतंकियों (Hamas terrorists) में संघर्ष जारी है। इस वजह से अस्पताल का आखिरी जनरेटर भी ठप पड़ा गया। अस्पताल में बिजली गुल होने से एक बच्चे सहित पांच मरीजों की मौत हो गई। इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Prime Minister Benjamin Netanyahu) का कहना है कि हमास के आतंकी ही नागरिकों को ढाल बना रहे हैं। नागरिकों की मौत का जिम्मेदार हमास है।
इस्राइली सेना के दावों को किया खारिज
हाल ही में, इस्राइली सेना ने कहा था कि आतंकियों ने आम जनता को अपना ढाल बना लिया है। उन्होंने कहा कि आतंकियों ने अस्पतालों के अंदर और अस्पतालों के नीचे कमांड पोस्ट बनाए हुए हैं। हालांकि, शिफा अस्पताल के मेडिकल स्टाफ ने इस्राइल के दावों का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि इस्राइल अंधाधुंध गोलियां बरसा रहा है। नागरिकों को नुकसान पहुंचा रहा है।
उत्तरी गाजा पट्टी पर हमास का नियंत्रण खत्म
इस्राइल के प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि उत्तरी गाजा पट्टी पर अब हमास ने नियंत्रण खो दिया है। हमास के आतंकियों के पास अब उत्तरी गाजा में छिपने की कोई जगह नहीं है। इस्राइली पीएमओ ने सभी आतंकियों को मरा हुआ बताया है। पीएमओ ने आगे कहा कि हमारी सेना उन पर जमीन और हवा से हमले कर रही है। हम पूरी ताकत से जीत के लिए लड़ते रहेंगे।
इस्राइल ने अस्पताल पर हमलों को किया खारिज
शिफा अस्पताल के निदेशक मोहम्मद अबू सेल्मिया ने बताया कि शनिवार को अस्पताल की बिजली गुल हो गई थी। चिकित्सा उपकरण भी अब बंद हो चुके हैं। इलाज न हो पाने के कारण भर्ती मरीजों की मौत हो रही है। इस्राइली सैनिक मदद पहुंचाने में बाधा बन रहे हैं। वे लोगों को मार रहे हैं। इस्राइली सैन्य अधिकारी कर्नल मोशे टेट्रो ने अस्पताल के बाहर हुए युद्ध की पुष्टि की लेकिन उन्होंने शिफा अस्पताल की घेराबंदी या अस्पताल पर जानबूझकर हमला करने के आरोपों को खारिज कर दिया। उनका कहना है कि मैं निदेशक मोहम्मद के संपर्क में था। मैंने लोगों की निकासी के लिए पूर्वी हिस्से को सुरक्षित किया था।
इस्राइल ने 150 आतंकियों को मारा
इस्राइल रक्षा बल (आईडीएफ) की 401वीं ब्रिगेड ने शनिवार को करीब 150 आतंकवादियों को मार गिराया है। साथ ही उसने उत्तरी गाजा में हमास के गढ़ कहे जाने वाले कई इलाकों पर कब्जा कर लिया है। आईडीएफ ने सोशल मीडिया पर इसकी पुष्टि की। आईडीएफ ने कहा, 401वीं ब्रिगेड ने लगभग 150 आतंकवादियों को खत्म कर दिया है और उत्तरी गाजा में हमास के आतंकवादी गढ़ों पर नियंत्रण हासिल कर लिया है।
इस टारगेट में हथियार उत्पादन साइट लॉन्चिंग स्टेशन एक भूमिगत नेटवर्क शामिल हैं। समाचार एजेंसी एनएआई के मुताबिक, आईडीएफ ने लेबनान में हिजबुल्लाह से संबंधित कई आतंकवादी ठिकानों पर भी हमला किया। ये हमले गत दिनों किए गए प्रक्षेपणों के जवाब में किए गए। आईडीएफ के अनुसार इस टारगेट में आतंकवादी बुनियादी ढांचा और सैन्य चौकियां, हथियार डिपो, खुफिया बुनियादी ढांचा शामिल है। शुक्रवार को आईडीएफ के तीन विमानों ने लेबनान से इस्राइली क्षेत्र में घुसपैठ की थी।
विस्थापितों से भरे शेल्टर होम, पानी के लिए घंटों कतार में लग रहे लोग
युद्ध के चलते गाजा में हालत काफी खराब होते जा रहे हैं। गाजा में स्थिति ऐसी है कि यहां लोगों को घंटों तक खाने और साफ पीने के पानी के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। समाचार एजेंसी एपी के मुताबिक, गाजा में रह रहे लोगों के लिए मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। हमलों में घर तबाह होने से लोग शेल्टर होम में रहने को मजबूर हैं।
गाजा में शौचालय कम होने से हालात बुरे
दीर अल-बलाह के संयुक्त राष्ट्र आश्रय में मौजूद एक सहायता कार्यकर्ता सुजान वाहिदी ने बताया कि यहां की स्थिति काफी खराब है। यहां शौचालय की संख्या कम होने से लोगों को बुरी स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही यहां लोगों को समय पर खाना भी नहीं मिल पा रहा है।
मॉरिशस के पीएम ने कहा- हम ‘टू स्टेट’ का समाधान चाहते हैं
इस बीच मॉरीशस के प्रधान मंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ ने कहा, हम दो-राज्य (टू-स्टेट) के समाधान के लिए अपना समर्थन देते हैं। इस क्षेत्र में स्थायी शांति के लिए यही एकमात्र रास्ता है। उन्होंने पीड़ितों को याद एक क्षण का मौन रखा।
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