भोपाल (Bhopal)। मध्य प्रदेश विधान सभा चुनाव (Madhya Pradesh Assembly Elections) में अब कुछ ही बचे हैं. ऐसे में प्रशासन चुनाव तैयारियों (election preparations) को लेकर तेजी दिखा रहा है. इस बीच अधिकारियों (officials) के साथ-साथ शिक्षकों की भी चुनाव ड्यूटी (Election duty of teachers also) लगाई जा रही है. साथ ही वोटिंग से पहले इलेक्शन ट्रेनिंग भी कराई जा रही है. इसके साथ ही जो शिक्षक ट्रेनिंग से गायब रहे उन्हें प्रशासन की ओर से शो कॉज नोटिस (Show Cause Notice) भी जारी किए गए हैं. वहीं अब गायब रहने वाले अधिकारी-कर्मचारी इन नोटिसों का जवाब दे रहे हैं. इन जवाबों में सतना जिले के एक शिक्षक ने जिला निर्वाचन अधिकारी बेतुका जवाब दिया कि निर्वाचन अधिकारी ने उस शिक्षक को सस्पेंड कर मझगवां में ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कार्यालय से अटैच कर दिया।
टीचर ने नोटिस के जवाब में क्या लिखा?
दरअसल, अखिलेश कुमार मिश्रा सतना जिले के अमरपाटन विकासखंड के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय महुडर में शिक्षक थे. चुनाव ट्रेनिंग के लिए उन्हें पहुंचना था, लेकिन वह नहीं पहुंचे. इसके बाद निर्वाचन अधिकारी की ओर से दिए गए नोटिस में अखिलेश कुमार मिश्रा लिखा कि, ‘उनका जीवन पत्नी के बिना बीत रहा है, पहले शादी करवाई जाए. इसके लिए उन्होंने दहेज में 35 लाख रुपए लेने का जिक्र किया. इसके अलावा उन्होंने यह भी मांग की कि, रीवा जिले के समदरिया और सिंगरौली परिसर में उन्हें एक फ्लैट दिया जाए।’
‘पहले ये मामला हल करें फिर कराएं काम’
शिक्षक अखिलेश कुमार मिश्रा ने आगे लिखा कि, उसके शिक्षक होने का कोई औचित्य नहीं निकल रहा. तमाम जगहों पर उसकी जगह दूसरे शिक्षकों के हस्ताक्षर करा लिए जाते हैं. छात्रों के रिजल्ट और अन्य रिकॉर्ड में दूसरों के हस्ताक्षर होते हैं. शिक्षक ने लिखा है कि, उनके भौतिक सुख सुविधाओं के सभी संसाधनों पर रीवा के एक रिटायर्ड इंजीनियर ने कब्जा कर रखा है. पहले इन सब मामलों को हल निकाला जाए और उसके बाद उसे चुनाव ड्यूटी के लिए कहा जाए. नीचे उसने अपना नाम लिखने से पहले यह भी जिक्र किया कि, क्या करूं अशब्द और निशब्द हूं बाकी आप ज्ञान के सागर हैं. फिलहाल शिक्षक ने जिला निर्वाचन अधिकारी के नोटिस का जवाब देने में इन सब का जिक्र क्यों किया इस संबंध में अब तक कोई जानकारी नहीं मिल सकी है।
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