छपरा: बिहार के छपरा (Chhapra in Bihar) में गायत्री यज्ञ हवन (Gayatri Yagya Havan) में शामिल होने के लिए धक्का-मुक्की के बाद मची भगदड़ से दो महिलाओं की मौत हो गई. हादसे की शिकार हुईं दोनों महिलाएं औरंगाबाद जिले की रहने वाली थीं. भगदड़ में करीब पांच महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गईं. जानकारी के मुताबिक, दरियापुर के मस्तीचक इलाके में हो रहे गायत्री महायज्ञ की हवन आहुति देने के लिए भारी भीड़ उमड़ी थी. सुबह यज्ञशाला के खुलते ही भीड़ अनियंत्रित हो गई. इस दौरान धक्कामुक्की होने लगी, जिससे दो महिलाएं जमीन पर गिर पड़ीं.
महायज्ञ के पास मौजूद लोग जब महिलाओं को उठाने के लिए आगे बढ़े तो भगदड़ मच गई, जिससे जमीन पर गिरी महिलाएं दबी रह गईं. जब तक उन्हें बाहर निकाला जाता, उनकी मौत हो चुकी थी. घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. पुलिस का कहना है कि अब स्थिति सामान्य है. मौके पर सारण एसपी और डीएसपी भी मौजूद हैं. पुलिस की मौजूदगी में महायज्ञ फिर से शुरू किया गया है.
मृतक महिलाओं की पहचान औरंगाबाद जिले के दाउदनगर वार्ड-21 निवासी रामप्यारे की 60 वर्षीय पत्नी रामकली देवी और दाउदनगर के कनापक निवासी मोती रजक की 55 वर्षीय पत्नी पार्वती देवी के रूप में हुई, जबकि घायलों में औरंगाबाद क्षम बिगहा के रहने वाले रामराज की पत्नी माघी देवी, प्रकाश साह की पत्नी फूलकुमारी देवी, आरा के सियाडीह गांव निवासी सुरेश तिवारी की पत्नी गीता देवी, दरभंगा के पुदुन झा की पत्नी रामा देवी, विरेंद्र मिश्र की पत्नी बुच्ची देवी हैं.
छपरा में आयोजित इस महायज्ञ के व्यवस्थापकों ने दावा किया है कि यहां भारत का सबसे बड़ा गायत्री महायज्ञ आयोजित किया जा रहा है. यज्ञ में 251 हवन कुंड बनाए गए हैं. यज्ञ में शामिल होने के लिए पड़ोसी देश नेपाल से भी लोग पहुंचे हैं. चार दिन के अनुष्ठान का शक्रवार को अंतिम दिन था. घटना को लेकर सारण डीएम अमन समीर ने कहा कि दो महिलाओं का स्वास्थ्य खराब था. भीड़ में होने की वजह से वो गिर गईं और उन्हें ज्यादा चोट लग गई. मौके पर पुलिस बल को तैनात किया गया है.
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