इंदौर की तीन विधानसभा सीटों के अलावा मालवा-निमाड़ की एक दर्जन से अधिक सीटों पर बागी उम्मीदवारों ने ठोंक रखी है खंब
इंदौर। नामांकन फार्म वापस लेने का आज अंतिम दिन है और तीन बजे तक बागियों के नाम वापसी के कयास राजनैतिक दलों और उम्मीदवारों द्वारा मान-मनुहार के साथ किए जा रहे हैं। अब यह तो समय समाप्ति के बाद ही पता चलेगा कि कितने हटे और कौन-कौन मैदान में डटे हैं। देपालपुर (Depalpur) विधानसभा 3 तो महू में जहां बागी उम्मीदवार हैं, मालवा-निमाड़ की एक दर्जन से अधिक सीटों पर भी खम ठोंक रखी है।
इस बार कांग्रेस और भाजपा (Congresss-BJP) दोनों दलों को बागियों को मनाने में काफी मशक्कत करना पड़ी। कई तो हालांकि समझाइश के बाद मैदान से हट गए, मगर अभी भी कई डटे हैं। आज नाम वापसी के बाद स्थिति स्पष्ट होगी कि किन-किन सीटों पर बागी लड़ेंगे और नाम वापसी के लिए सहमत नहीं हुए। इंदौर में विधानसभा 3 जहां पर जीत-हार का अंतर कम रहता है, वहां भाजपा के ही अखिलेश शाह ने फार्म भरा है। उन्हें भी बैठाने के प्रयास चल रहे हैं। भाजपा ने जहां से अपना अधिकृत उम्मीदवार राकेश गोलू शुक्ला को बनाया है तो कांग्रेस की ओर से पिंटू जोशी मैदान में हैं तथा महू विधानसभा पर भी कांग्रेस के ही कद्दावर नेता अंतरसिंह दरबार ने भी विरोध का बिगुल बजा रखा है। कांग्रेस ने उनकी जगह रामकिशोर शुक्ला को टिकट दिया है, जबकि भाजपा की ओर से दरबार नहीं मानते हैं तो फिर कांग्रेस प्रत्याशी के लिए परेशानी बढ़ेगी, क्योंकि दरबार जहां पूर्व विधायक रह चुके हैं, वहीं उनका अपने क्षेत्र में अच्छा खासा दबदबा भी है। इसी तरह देपालपुर में भाजपा के बागी के रूप में राजेंद्र चौधरी ने निर्दलीय नामांकन भर रखा है। उन्होंने भी टिकट के लिए कम शक्ति प्रदर्शन नहीं किया और भाजपा नेता इनकी मान-मनुहार में जुटे हैं, क्योंकि देपालपुर में वैसे भी भाजपा की स्थिति कमजोर ही है, जहां से पार्टी ने पिछली बार चुनाव हारे मनोज पटेल को भी फिर से उम्मीदवार बनाया है, उनका मुकाबला वर्तमान कांग्रेस विधायक विशाल पटेल से है। इंदौर की विधानसभा सीटों के अलावा मालवा-निमाड़ की एक दर्जन से अधिक सीटों पर भी बागियों ने नामांकन भर रखे हैं। अब देखना यह है कि इनमें से कितने दोपहर तीन बजे तक अपने नामांकन फार्म वापस लेते हैं, अन्यथा मैदान में ही डटे रहेंगे। मंदसौर की इन सीटों के अलावा उज्जैन की बडऩगर सीट पर भी इसी तरह त्रिकोणीय मुकाबले के आसार बन रहे हैं तो अभी इंदौर आए गृहमंत्री अमित शाह ने भी कुछ बागियों से चर्चा की। इसमें मनावर सीट से चुनाव मैदान में डटी पूर्व मंत्री रंजना बघेल भी शामिल हैं। हालांकि उन्होंने भी अभी तक अपना नाम वापस लेने का फैसला नहीं लिया है, उन्हें भी अंतिम समय तक मनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसी तरह धार में भी राजीव यादव ने निर्दलीय चुनाव लडऩे की घोषणा की है, जहां भाजपा उम्मीदवार को दिक्कत है, वहीं कांग्रेस के लिए भी परेशानी कम नहीं है, क्योंकि कुलदीप बुंदेला ने दावेदारी कर रखी है।
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