नई दिल्ली (New Dehli)। कांग्रेस नेता (congress leader)और राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री (Former Deputy Chief Minister)ने मंगलवार को टोंक विधानसभा (Assembly)सीट से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में नामांकन (Enrollment)भरा. नामांकन में दिए गए एफिडेविट में उन्होंने पत्नी के नाम वाले कॉलम के आगे खुद को ‘तलाकशुदा’ बताया है. साल 2004 में सचिन पायलट ने जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला की बेटी सारा अब्दुल्ला से शादी की थी. कांग्रेस नेता सचिन पायलट और उनकी पत्नी सारा पायलट के बीच तलाक हो गया है.
कांग्रेस नेता और राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट पत्नी सारा से अलग हो गए हैं. दोनों के बीच तलाक का खुलासा सचिन पायलट के चुनावी एफिडेविट से हुआ है. जनवरी 2004 में सारा और सचिन पायलट ने शादी की थी. दरअसल, इसी महीने 25 नवंबर को राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने हैं. मंगलवार को उन्होंने टोंक विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में नामांकन भरा. नामांकन में दिए गए एफिडेविट में उन्होंने पत्नी के नाम वाले कॉलम के आगे खुद को ‘तलाकशुदा’ बताया है. सचिन और सारा के दो बेटे हैं- आरान और वेहान.
जनवरी 2004 में सारा और सचिन ने एक साधारण सामारोह में शादी की थी. इस शादी में बहुत कम लोगों को आमंत्रित किया गया था. सारा के परिवार यानी अब्दुल्ला परिवार ने इस शादी का बहिष्कार किया था. सचिन और सारा दोनों का ही परिवार राजनीति में सक्रिय रहा है. सचिन पायलट दिवंगत कांग्रेस नेता राजेश पायलट के बेटे हैं. वहीं, सारा जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला की बेटी और उमर अब्दुल्ला की बहन हैं. सारा के दादा शेख अब्दुल्ला खुद एक लोकप्रिय नेता थे.इस शादी में सचिन का हिंदू और सारा का मुसलमान होना सबसे बड़ा रोड़ा बना था.
लंदन में हुई थी मुलाकात
सचिन पायलट का जन्म यूपी के सहारनपुर में हुआ. सेंट स्टीफन कॉलेज से स्कूलिंग और ग्रैजुएशन करने के बाद वह यूनिवर्सिटी ऑफ पेन्निसल्वानिया के वार्टन स्कूल ऑफ बिजनेस से MBA करने के लिए विदेश चले गए थे. सारा साल 1990 तक कश्मीर में अपने परिवार के साथ रहीं. उसके बाद फारूक अब्दुल्ला ने घाटी में चल रहे तनाव की वजह से सारा को मां के साथ लंदन भेज दिया. लंदन में ही सारा और सचिन की पहली मुलाकात हुई थी. सचिन और सारा के पिता दोनों दोस्त थे और एक-दूसरे के परिवार से परिचित थे. हालांकि, दोनों परिवार के सदस्य एक-दूसरे से अब तक नहीं मिले थे.एमबीए करने के दौरान ही सचिन की दोस्ती सारा से हुई थी. समय के साथ दोनों की दोस्ती गहरी होती चली गई और फिर प्यार में बदल गई.
सारा ने सचिन को अपनी मां से मिलवाया. सारा के पैरेंट्स को सचिन शुरू से ही पसंद थे. सारा के परिवार को इनकी दोस्ती से कोई ऐतराज नहीं था. हालांकि दोनों को एक-दूसरे के साथ ज्यादा वक्त बिताने का मौका नहीं मिला. कुछ महीनों के अंदर ही सचिन ने अपना कोर्स खत्म किया और भारत लौट आए जबकि सारा इंग्लैंड में ही रहीं. दोनों एक-दूसरे से ईमेल्स और फोन कॉल्स के जरिए बात करते थे.
अब्दुल्ला परिवार ने शादी का किया था बहिष्कार
सचिन एक गुर्जर परिवार से आते हैं जबकि सारा एक रूढ़िवादी मुस्लिम परिवार से थीं. दोनों को पता था कि शादी के लिए परिवारों की रजामंदी आसानी से नहीं मिलेगी. सचिन ने आखिरकार अपनी मां को सारा के बारे में बता दिया. सचिन की मां ने इस रिश्ते को मानने से इनकार कर दिया था. सचिन का पूरा परिवार इस रिश्ते के खिलाफ था.
वहीं, सारा के पिता ने इस रिश्ते को कुबूल करने से मना कर दिया था. जब सचिन और सारा का रिश्ता सार्वजिनक हुआ था तो अब्दुल्ला के खिलाफ घाटी में कैंपेन चले थे. यहां तक कि उनकी पार्टी के ही कुछ विधायक इस रिश्ते के खिलाफ हो गए थे.
सारा और सचिन ने साल 2004 में की थी शादी
सचिन और सारा ने कुछ महीनों तक सब कुछ शांत होने का इंतजार किया लेकिन जल्द ही उन्हें एहसास हो गया कि महीनों-सालों बाद भी हालात नहीं बदलेंगे. विरोध-प्रदर्शन अब भी जारी थे. फारूक अब्दुल्ला के पास भी अपने पार्टी विधायकों की जिद के सामने आत्मसमर्पण करने के अलावा कोई और विकल्प नहीं था.
महीनों-सालों तक इंतजार के बाद भी जब हालात नहीं बदले तो जनवरी 2004 में सारा और सचिन ने एक समारोह में शादी कर ली. इस शादी में बहुत कम लोगों को आमंत्रित किया गया था. अब्दुल्ला परिवार ने इस शादी का बहिष्कार किया था.
बाद में एक हुए थे दोनों परिवार
सारा अब्दुल्ला बाद में सारा पायलट बन गईं. वक्त गुजरने के साथ फारूक अब्दुल्ला की नाराजगी भी दूर हो गई और बाप-बेटी अतीत की कड़वी यादें भुलाते हुए फिर से एक साथ आ गए थे. सचिन पायलट भी शादी के कुछ महीनों बाद ही राजनीति में आ गए थे.
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